CRIME : बिना ओटीपी मांगे ही 278 बार ट्रांजेक्शन कर ठग ने खाते से पार कर दिए 3.2 लाख

कांकेर । पुलिस व साइबर सेल की लाख कोशिशों के बावजूद जिले में आनलाईन ठगी के मामले रुक नही रहे हैं। पुलिस ठगी से बचने जितने तरीके लोगों बता सचेत कर रही है ठग उतने नए तरीके इजाद करते जा रहे हैं। शनिवार को पखांजूर में ऐसा ही अजीबोगरीब ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया।

ठग ने 278 बार ट्रांजेक्शन कर एसबीआई के खाते से 3.22 लाख रुपए पार कर दिए। चौंकाने वाली बात है की ठग ने एक बार भी ओटीपी नहीं मांगी। एक अन्य मामले में ऑनलाइन शॉपिंग कर मोबाइल खरीदने वाले को डमी मोबाइल पहुंचा ठगी की गई। अमूमन ऑनलाइन ठगी के मामले में ठगाें द्वारा बैंक जानकारी व ओटीपी लेकर ठगी की जाती है। पखांजूर के पीवी 12 मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षिका शुभ्रा पाल से बिना ओटीपी व बैंक जानकारी लिए 278 बार में खाते से तीन लाख से अधिक रकम पार कर दी। शिक्षिका ने बताया तीन माह पूर्व एटीएम कार्ड आया था जो एक्टीव नहीं हो रहा था। एसबीआई शाखा जाकर एटीम कार्ड एक्टीव कराया।

इसके बाद वह एटीएम से पहली बार 9 हजार और बाद में 6 हजार निकाले। शिक्षिका के अनुसार इसके बाद उसने एटीएम कार्ड का उपयोग नहीं किया। 10 जून को जब एटीएम पैसा निकालने पहुंची तो बैंलेंस महज 9 बता रहा था। 11 जून को शिक्षिका पासबुक एंट्री कराने बैंक गई। उसे एंट्री कर पासबुक दिया गया तो उसके होश उड़ गए। 6 मार्च को एटीएम से पैसे निकालने के बाद 8 मार्च से 10 जून तक ठग ने 278 बार में छोटी छोटी रकम कर तीन लाख का आहरण कर लिया था।

कभी 19 तो कभी पांच हजार रुपए निकालेय


चौंकाने वाली बात यह है कि 19 रुपए तक ट्रांजेक्शन किया गया है। सबसे अधिक पांच हजार रुपए एक बार निकाला गया। इसके लिए न तो ओटीपी मांगा गया और न ही रकम निकलने के बाद मोबाइल में मैसेज आया। एसबीआई के खाते से रकम यस बैंक के किसी खाते में थोड़ी थोड़ी कर ट्रांसफर की गई है।

लिंक भेजकर मोबाइल हैक करने का शक


पुलिस को शक है किसी ने मोबाइल को हैक किया हाेगा। ठग ने खाताधारक के मोबाइल में लिंक भेजा होगा। भेजे गए लिंक को खाेलते ही मोबाइल हैक कर बैंक से रकम निकाल ली गई।

नेट न मोबाइल बैंकिंग बैंक और पुलिस हैरान


ठगी का यह मामला पुलिस और बैंक के लिए अनसुलझी पहेली बन गया है। जिस खाते से ठगी हुई है उस खाते में न कोई नेट बैंकिंग है और न ही मोबाइल बैंकिग। अन्य डिजिटल माध्यम से भी पैसे का लेनदेन नहीं होता है। इस मामले में बैंक अधिकारी तक जवाब नहीं दे पा रहे हैं की फर्जीवाड़ा किस प्रकार किया गया।

मामला पेचिदा, जांच कर रही पुलिस


पखांजूर थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया कि शिक्षिका से ठगी का मामला काफी पेचीदा है। पुलिस इसे जल्द सुलझा लेगी । बैंक से जानकारी मांगी गई है। अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।

इधर, शहर के ठग ने पार्सल से छेड़छाड़ कर अखबार में लपेट कर दे दिया डमी मोबाइल


शहर के हाउसिंग बोर्ड कालोनी ईमलीपारा निवासी युवती रेणुका दर्रो ने बताया उसने फ्लिपकार्ट से इनफिनिक्स स्मार्ट मोबाइल मंगाया था जिसकी कीमत 6 हजार थी। कपंनी के डिलिवरी ब्वाय ने 5 जून को पार्सल पहुंचाया और रकम लेकर चला गया। पार्सल खोला गया तो उसमें ओप्पो का खाली खोखा वाला डमी मोबाइल था। इसके बाद युवती सीधे डमी मोबाइल लेकर थाना पहुंची। पार्सल के अंदर डमी मोबाइल जिस अखबार की कतरन में लिपटा था वह कांकेर शहर का ही है। इससे शक है शहर में किसी ने पार्सल से छेड़छाड़ कर उसमें डमी मोबाइल रख दिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।