रायगढ़ 11 जून (वेदांत समाचार) हम जितनी तेज़ी से डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे हैं, ठीक उतनी ही तेज़ी से साइबर अपराध की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। जिस गति से तकनीक ने उन्नति की है, उसी गति से मनुष्य की इंटरनेट पर निर्भरता भी बढ़ी है। एक ही जगह पर बैठकर इंटरनेट के ज़रिये मनुष्य की पहुँच, विश्व के हर कोने तक आसान हुई है। आज के समय में हर वो चीज़ जिसके विषय में इंसान सोच सकता है, उस तक उसकी पहुँच इंटरनेट के माध्यम से हो सकती है, जैसे कि सोशल नेटवर्किंग, ऑनलाइन शॉपिंग, डेटा स्टोर करना, गेमिंग, ऑनलाइन स्टडी, ऑनलाइन जॉब इत्यादि। आज के समय में इंटरनेट का उपयोग लगभग हर क्षेत्र में किया जाता है। इंटरनेट के विकास और इसके संबंधित लाभों के साथ साइबर अपराधों की अवधारणा भी विकसित हुई है।
साइबर अपराध करने वाले अलग-अलग तरीके अपनाते रहते हैं। किसी का फेक सोशल मीडिया आईडी बना व्यक्ति के दोस्तों से पैसे की मांग करने की बहुतेरी शिकायतें हैं। इन सब विषय को लेकर लगातार पुलिस अपना कर्तव्य बखूबी निभा रही है ।।समय-समय पर लोगों को जागरूक भी कर रही है। इसी कड़ी में रायगढ़ एसपी संतोष सिंह के लोगों अपने कर्तव्यों के साथ ही लोगों को हमेशा सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये जागरूक कर रहे है। उन्होंने बताया कि अभी एक वारदात का तरीका जो लगातार सामने आ रहा है- किसी की फेसबुक पर फेक आईडी बना अन्य व्यक्ति से अश्लील चैट कर उसका स्क्रीनशॉट ले कर उसको ब्लैकमेल करना। इसमें व्यक्ति डर कर पैसे की मांग पूरी करने लगता हैं और अपराधी के ट्रैप में फंस जाता है। इसी तरह से किसी के फ़ोटो को अपने व्हाट्सअप के डीपी बनाकर अपराधी द्वारा किसी अन्य से अश्लील चैट कर ब्लैकमेल करने की घटनाएं भी सामने आ रही है। आपके साथ ऐसा होने पर इसे अपने परिचितों को बताए व अपराधी के झांसे में मत आएं। पुलिस को रिपोर्ट करें। जागरूकता सबसे बड़ा बचाव है।
[metaslider id="347522"]