आबुजा,18 नवंबर 2024। भारत और नाइजीरिया ने अपनी रणनीतिक साझीदारी में विकास सहयोग के साथ ही रक्षा एवं सुरक्षा में सहयोग को बढ़ाने और आतंकवाद, समुद्री डकैती एवं कट्टरपंथ से संयुक्त रूप से लड़ने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
तीन देशों की यात्रा के क्रम में राजकीय यात्रा पर नाइजीरिया की राजधानी आबुजा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के साथ आधिकारिक वार्ता की। श्री मोदी का इससे पहले स्टेट हाउस में 21 तोपों की सलामी के साथ औपचारिक स्वागत किया गया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच एक प्रतिबंधित बैठक हुई जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। प्रधानमंत्री ने गत वर्ष नयी दिल्ली में जी—20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति टीनुबू के साथ अपनी गर्मजोशी भरी मुलाकात को याद किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच साझा अतीत, समान लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच मजबूत संबंधों द्वारा परिभाषित मित्रता के विशेष बंधन हैं। प्रधानमंत्री ने देश में हाल ही में आई बाढ़ से हुई तबाही के लिए राष्ट्रपति टीनुबू को अपनी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति टीनुबू ने राहत सामग्री और दवाओं के साथ भारत की समय पर सहायता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
दोनों नेताओं ने भारत एवं नाइजीरिया के बीच द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की और भारत-नाइजीरिया रणनीतिक साझीदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। संबंधों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए वे इस बात पर सहमत हुए कि व्यापार, निवेश, शिक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने नाइजीरिया को कृषि, परिवहन, सस्ती दवा, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल परिवर्तन में भारत के अनुभव की पेशकश की। राष्ट्रपति टीनुबू ने भारत द्वारा प्रस्तावित विकास सहयोग साझीदारी और स्थानीय क्षमताओं, कौशल और पेशेवर विशेषज्ञता बनाने में इसके सार्थक प्रभाव की सराहना की। दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। उन्होंने आतंकवाद, समुद्री दस्युओं एवं कट्टरपंथ से संयुक्त रूप से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
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