बाल दिवस विशेष: कथक नृत्यांगना इशिता कश्यप की बड़ी उपलब्धि

0.चाहत की राह में उम्र की बाधाएं नहीं होती, इशिता ने कर दिखाया

कोरबा,13 नवम्बर (वेदांत समाचार)।छत्तीसगढ़ कोरबा जिले की 11 वर्षीय इशिता कश्यप ने कथक नृत्य में अपनी अद्वितीय प्रतिभा दिखाई है और देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। उनका जन्म 14 नवंबर बाल दिवस के दिन हुआ था। इशिता ने 4 वर्ष की उम्र से नृत्य की यात्रा शुरू की और आज तक 35-40 प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी प्रस्तुति दी है।

उन्हें दुबई और मलेशिया में गोल्ड मेडल प्राप्त करने के साथ-साथ संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभावान बच्चों को प्रदान की जाने वाली जूनियर स्कॉलरशिप 2024 के लिए छत्तीसगढ़ की एकमात्र कथक नृत्यांगना के रूप में चुना गया है।

इशिता केंद्रीय विद्यालय एनटीपीसी क्रमांक 2 में कक्षा 6 वीं की छात्रा है और अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां अनीता कश्यप और गुरु मोरध्वज वैष्णव को देती हैं। इशिता की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि प्रतिभा, मेहनत और सही मार्गदर्शन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

यह लेख बाल दिवस पर एक प्रेरणादायक संदेश देता है कि उम्र की सीमाएं किसी भी बड़े सपने को पूरा करने में बाधा नहीं बन सकती हैं।

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