शरीर में पोषक तत्वों की कमी सेहत को बुरी तरह से डैमेज कर सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विटामिन डी का नाम भी पोषक तत्वों की इस लिस्ट में शामिल किया जाता है। अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी पैदा हो जाए, तो आपको लेने के देने भी पड़ सकते हैं। विटामिन डी की डेफिशिएंसी आपकी बॉडी को अंदर से खोखला कर सकती है। हालांकि, आप हेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान को फॉलो कर इस विटामिन की कमी को पैदा होने से रोक सकते हैं।
अगर आप अपने शरीर में इस विटामिन की कमी को पैदा होने से रोकना चाहते हैं तो आपको अपने डाइट प्लान में खाने की कुछ चीजों को जरूर शामिल कर लेना चाहिए। फिश, अंडा और मशरूम खाने से आप विटामिन डी की डेफिशिएंसी के पैदा होने के खतरे को कम कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सोया में भी विटामिन डी की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है इसलिए इसे भी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है।
दूर कर लें गलतफहमी
अगर आपको भी यही लगता है कि सिर्फ दूध और दही जैसी डेयरी प्रोडक्ट्स की मदद से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है तो आपको अपनी इस गलतफहमी को दूर कर लेना चाहिए। विटामिन डी की डेफिशिएंसी से बचने के लिए हर रोज बादाम का सेवन भी किया जा सकता है। इसके अलावा संतरे का जूस पीकर भी आप इस विटामिन की कमी को पैदा होने से रोक सकते हैं।
विटामिन डी की कमी के लक्षण
विटामिन डी की डेफिशिएंसी की वजह से आपको हड्डियों में दर्द महसूस हो सकता है। मसल में कमजोरी, दर्द या फिर एंठन महसूस होना भी इसी विटामिन की कमी की तरफ इशारा कर सकता है। इसके अलावा दिन भर ऊर्जा की कमी भी विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। अगर आपको डिप्रेशन जैसी फीलिंग महसूस हो रही है, तो भी आपको सावधान हो जाना चाहिए और तुरंत अपनी जांच करवा लेनी चाहिए।
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