तहसील कार्यालय में फिर निकला जहरीला नाग, ड्यूटी पर पहुंचा कर्मचारी बाल-बाल बचा

कोरबा 10 जून (वेदांत समाचार) छत्तीसगढ राज्य में जशपुर जिले को नाग लोग बोला जाता हैं, माना जाता हैं की जशपुर के तबकारा में बहुत ज्यादा मात्रा में सांप पाया जाता है पर कोरबा जिले में जिस तरह अनेक प्रकार के साप मिल रहें उससे तो यहीं लगता हैं कोरबा जिला नाग लोग में तब्दील हो गया हैं और जशपुर की बजाए कोरबा जिले को नाग लोग करदेना चाहिए।

जिस तरह कुछ वर्षों में कोरबा जिले में विश्व का सब से लंबा और खतरनाक साप किंग कोबरा मिल रहा इसमें दो मत की बात नही की कोरबा पुरी तरह नाग लोग में तब्दील हो गया साथ ही कोरबा जिले में दुर्लभ और विभिन्न प्रजाति के सांप मिल रहें इससे यही अनुमान लगाया जा सकता हैं की कोरबा का जंगल इनके लिए बहुत ही अनुकूल हैं आए दिन जिले के अनेक शासकीय कार्यालय में साप घुसने की जानकारी मिलते रही हैं, ऐसा ही आज तहसील कार्यालय में सुबह करीब 7 बजे घटना घटी, जहा एक कर्मचारी की ड्यूटी लगी थीं रोजाना की तरह अपने काम पर पहुंचे थे अपने जगह पर बैठे ही थे की जोर से फुनकार की आवाज़ आई जो अपना कुर्सी छोड़ दफ्तर से भाग खड़े हुए जिसके तुरन्त बाद उसने इस बात की जानकारी अपने उच्य अधिकारी को दी जिसके बाद स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख(वन विभाग सदस्य) जितेंद्र सारथी को इसकी जानकारी दी गई, जिसके बाद जितेंद्र सारथी तहसील कार्यालय पहुच साप को सुरक्षित रेस्क्यू कर डिब्बे में रख लिया तब जाकर लोगों ने राहत कि सांस ली साथ ही आगे भी सचेत रहने को कहा गया और साप निकलने पर वन विभाग के द्वारा आम जनों के लिए जारी किए गए टोल फ्री नंबर 8817534455 पर जानकारी देने की बात कही गई।

वन विभाग सांपो के संरक्षण में कर रही काम

कोरबा डीएफओ श्रीमति प्रियांका पाण्डेय मैडम के दिशा निर्देश पर सांपो के संरक्षण में जितेंद्र सारथी लगातार काम कर रहें साथ ही सभी दुर्लभ प्रजातियों के सांपो को बचाने और उसके संरक्षण के दिशा पर प्रोजेक्ट के तहत तैयारी हो रही जिसे जल्दी ही पूरा किया जाएगा।

जितेंद्र सारथी और उनकी टीम दिन रात कर रही मेहनत

जितेंद्र सारथी ने बताया मेरी टीम लागातार काम कर रही, सुबह तो सुबह रात रात भर लोगों के घर पहुंच अपनी जिम्मेदारी निभा रही, आगे भी हम इसी तरह मेहनत कर करते रहेगें।