प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरे देश में फ्री वैक्सीन देने की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ में टीके को लेकर टेंशन अब और बढ़ सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में सीजी टीका पोर्टल बंद कर दिया जाएगा। अब प्रदेश में जो भी टीकाकरण होगा वो केंद्र सरकार के बने पोर्टल कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के आधार पर होगा। तकनीकी रूप से अब ऐसा इसलिए किया जा रहा है केंद्र सरकार ने पूरे देश में फ्री टीके देने का एलान कर दिया है। अब तक चूंकि 18 से 44 एज ग्रुप के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार टीका खरीद रही थी इसलिए यहां टीकाकरण के लिए अलग पोर्टल बना था। ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ चुनिंदा राज्य था।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि राज्य सरकार की खरीदी के बाहर के टीके कोविन पोर्टल पर ही रजिस्टर होंगे। विभागीय सूत्रों के मुताबिक एक से दो दिनों स्थिति और साफ होगी मगर फिलहाल अब सिर्फ उनका ही टीकाकरण होगा, जिनका अब तक रजिस्ट्रेशन पहले से ही हो चुका है। बुधवार को इसे लेकर एक विभागीय बैठक भी होगी, इसके बाद सरकार ये बताएगी कि आगे टीकाकरण किस तरह से होगा।
कुछ भी साफ नहीं है
सिंहदेव ने केंद्र के फ्री वैक्सीन के ऐलान के बाद मीडिया से कहा कि है कि अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। अगर हम यहां टीकाकरण जारी रखना चाहते हैं तो क्या हमें टीका खरीदना होगा। ये भी साफ नहीं है कि अब तक जो खरीदा है उसका पैसा रिफंड होगा क्या, केंद्र को ये बताना चाहिए। प्रदेश में टीकाकरण हम जारी रख सकते हैं, हालांकि इस पर फैसला विभागीय समीक्षा के बाद करेंगे। उधर पोर्टल में रजिस्ट्रेशन, स्लाट नहीं मिलने, टीके नहीं मिलने की परेशानी से पहले ही प्रदेश के लोग जूझ रहे हैं। अब केंद्र और राज्य की तकरार के चलते यह व्यवस्था ठीक होगी इसमें संदेह ही है।
प्रदेश में टीकाकारण
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक छत्तीसगढ़ में टीकाकरण करने के लिए वैक्सीन खरीदने में अब तक लगभग 27 करोड़ का खर्च आया है। 7 जून की तारीख तक पहली और दूसरी डोज को मिलाकर कुल 71 लाख 50 हजार 985 टीके लगाए जा चुके हैं। राज्य में 45 वर्ष से अधिक के 77 प्रतिशत नागरिकों को इसका पहला टीका लगाया जा चुका है। 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 8 लाख 63 हजार 508 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। इनमें से अब तक 45 लाख 32 हजार 937 लोगों को कोरोना से बचाव के टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। 7 लाख 7 हजार 356 को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।
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