छत्तीसगढ़ में पर्यावरण अनुकूल पहल: एचटीपीपी में 250 करोड़ की लागत से लगेगा एफजीडी सिस्टम

कोरबा,14 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ पावर जनरेशन कंपनी के हसदेव थर्मल पावर प्रोजेक्ट (एचटीपीपी) में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। यहाँ 250 करोड़ रुपये की लागत से फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) सिस्टम की स्थापना की जा रही है, जिससे विद्युत संयंत्र में कोयला जलने पर निकलने वाली हानिकारक सल्फर आक्साइड को कैल्शियम पावडर से मिश्रित कर जिप्सम का निर्माण किया जाएगा।

इस सिस्टम के माध्यम से प्रदूषण रोकने के साथ-साथ जिप्सम का भी निर्माण किया जाएगा। एचटीपीपी के अधिकारी ने बताया कि 2025 तक एफजीडी स्थापना का कार्य पूर्ण कर लिए जाने की संभावना है, और 2026 के पहले तिमाही में जिप्सम का व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

जिप्सम का उपयोग भवनों में फाल सीलिंग में किया जाता है, और सीमेंट निर्माण के लिए भी यह उपयोगी होता है। विद्युत कंपनी ने इसके लिए मार्केटिंग की भी योजना बनाई है। यह परियोजना 250 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी, जिसमें सल्फर आक्साइड को कैल्शियम पावडर से मिश्रित कर जिप्सम का निर्माण होगा। 2025 तक एफजीडी स्थापना का कार्य पूर्ण होने की संभावना है, और 2026 के पहले तिमाही में जिप्सम का व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन किया जाएगा। जिप्सम का उपयोग भवनों में फाल सीलिंग और सीमेंट निर्माण में किया जाएगा।

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