नई दिल्ली, 13 अक्टूबर 2024।भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं और 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। यह बदलाव छात्रों को अधिक व्यावहारिक और रोजगार-मूलक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से किए गए हैं।
मुख्य बिंदु:
- 5+3+3+4 प्रणाली: नई शिक्षा नीति में 10+2 की पंरपरा को खत्म कर दिया गया है और इसकी जगह 5+3+3+4 की नई व्यवस्था लाई गई है। इसमें 5 का मतलब है तीन साल प्री-स्कूल और क्लास 1 और 2, उसके बाद के 3 का मतलब है क्लास 3, 4 और 5, उसके बाद के 3 का मतलब है क्लास 6, 7 और 8 और आख़िर के 4 का मतलब है क्लास 9, 10, 11 और 12।
- नेशनल रिसर्च फाउंडेशन: नई शिक्षा नीति में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन का प्रावधान रखा गया है जिसका उद्देश्य देश में इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देना है।
- शिक्षा का अधिकार: नई शिक्षा नीति में शिक्षा के अधिकार का विस्तार किया गया है जिसके तहत 3 साल से 18 साल के बच्चों के लिए शिक्षा का अधिकार होगा।
- व्यावसायिक प्रशिक्षण: नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने का प्रावधान है ताकि छात्रों को रोजगार के अधिक अवसर प्रदान किए जा सकें।
शिक्षा मंत्री का बयान:
शिक्षा मंत्री ने कहा, “इन बदलावों से छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जाएगा और उन्हें रोजगार के अधिक अवसर प्रदान किए जाएंगे।”
इसके अलावा नई शिक्षा नीति में निम्नलिखित बदलाव भी किए गए हैं:
- विज्ञान और गणित में व्यावहारिक प्रयोगों को बढ़ावा देना।
- भारतीय इतिहास और संस्कृति को पाठ्यक्रम में शामिल करना।
- पर्यावरण और सustainability को पाठ्यक्रम में शामिल करना।
- उद्यमिता और नवाचार को प्रोत्साहित करना।
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