कोरबा: दुर्गा पूजा के अंतिम दिन कुसमुंडा के नेहरू नगर दुर्गा पंडाल में बंगाली महिलाओं ने सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा को विदाई दी।

  1. सिंदूर खेला में मां दुर्गा को विदाई, बंगाली महिलाओं ने मनाया परंपरागत उत्सव

कोरबा, 13 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। दुर्गा पूजा के अंतिम दिन कुसमुंडा के नेहरू नगर दुर्गा पंडाल में बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा को विदाई दी। इस परंपरागत उत्सव में महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित किया और एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सदा सुहागिन रहने की कामना की।

मान्यता है कि मां दुर्गा नवरात्र में पृथ्वी पर मायके आई है और दसवें दिन ससुराल विदा हो जाती है। इसे यादगार बनाने के लिए ही सिंदूर खेला की परंपरा है। इस अवसर पर महिलाओं ने मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की और उनकी विदाई के लिए सिंदूर खेला का आयोजन किया।

इस उत्सव में शामिल हुई महिलाओं ने कहा, “सिंदूर खेला हमारी परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें मां दुर्गा के प्रति श्रद्धा और सम्मान की भावना से जोड़ता है।”

कुसमुंडा के नेहरू नगर दुर्गा पंडाल के अध्यक्ष ने कहा, “हम हर साल सिंदूर खेला का आयोजन करते हैं। यह हमारे समाज की एकता और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत बनाता है।”

इस उत्सव के साथ ही दुर्गा पूजा के दसवें दिन मां दुर्गा की विदाई की जाती है और उनकी पूजा के साथ-साथ उनकी विदाई की भी विशेष व्यवस्था की जाती है।