राजनांदगांव। जिले में एक बार फिर से डायरिया का प्रकोप देखा जा रहा है। डायरिया से तीन गांव के तीन दर्जन से अधिक लोग पीड़ित हुए हैं, वहीं सप्ताहभर बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और अब जाकर गांव में कैंप लगाया गया है।
जिले के ग्राम संबलपुर, कोकपुर और आसरा में बीते लगभग 12-15 दिनों से डायरिया फैला हुआ है। यहां एक के बाद एक लोग बीमार होते चले गए और निजी अस्पतालों में पहुंचकर अपना इलाज करने लगे। इस दौरान गांव के दो बुजुर्गों की डायरिया से मौत भी हो गई तब जाकर मामला स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा और गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाकर दवाइयां का वितरण किया जा रहा है।
10-12 लोग अभी भी डायरिया से पीड़ित
ग्राम संबलपुर के कुलेश्वर साहू, भारत लाल साहू और हेमा साहू ने बताया कि गांव में लगभग 10-12 दिनों से डायरिया फैला हुआ है, जिसके चलते 85 वर्षीय और 61 वर्षीय दो बुजुर्गों की मौत हो गई है। वहीं लगभग 10-12 लोग अभी भी डायरिया से पीड़ित है। ग्राम संबलपुर में इर्द-गिर्द गंदगी का आलम है और पेयजल स्रोतों के पास पानी जाम है जिसको लेकर भी पंचायत के खिलाफ लोगों में नाराजगी है।
तीन गांव में डायरिया फैलने के मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां त्वरित उपचार के इंतजाम नहीं किए जाने के चलते दर्जनों लोग बीमार हो गए। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. नेतराम नवरत्न ने कहा कि 5 अक्टूबर को डायरिया फैलने की जानकारी मिली थी। गांव में स्वास्थ्य कैम्प लगा कर दवाईयां दी जा रही है। संभवत: दूषित जल से डायरिया फैला है किसी प्रकार के दावत भोज की जानकारी नहीं मिली है।
कलेक्टर संजय अग्रवाल कहा कि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में कैंप लगाकर दवाइयां का वितरण किया जा रहा है और सभी को पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई है। वहीं गांव में डायरिया फैलने के बाद यहां पीएचई विभाग द्वारा पानी का सैंपल लिया गया है और गांव के एक हैंडपंप और एक पानी टंकी को जांच रिपोर्ट आने तक उपयोग के लिए बंद किया गया है।
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