KORBA NEWS: रेत माफिया का आतंक, खनिज विभाग की लापरवाही से शासन को लाखों की चपत

कोरबा, 09 अक्टूबर 2024 – कोरबा जिले में रेत माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे शासन को लाखों रुपये की राजस्व की हानि हो रही है। कलेक्टर अजीत वसंत के आदेश को भी खनिज विभाग के अधिकारी मानने में असफल साबित हो रहे हैं।

बालकों के रेत तस्कर बी एन साहू की 6 ओवरलोड हाईवा देर रात अंधेरे में बिना रॉयल्टी पर्ची के बाल्को पहुँच रही हैं। ये गाड़ियाँ चाँपा से रेत लेकर कोरबा आ रही हैं, लेकिन उरगा में खनिज जाँच नाका पर खनिज विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपनी मस्ती में व्यस्त हैं। प्रदेश में रेत उत्खनन पूरी तरह से बंद है, फिर भी नदियों का सीना चीरकर रेत निकाला जा रहा है। खनिज विभाग के अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करने में व्यस्त हैं। ओवरलोड हाइवा से सड़कों को भी नुकसान पहुंच रहा है।

खनिज विभाग और जिला परिवहन के अधिकारियों और कर्मचारियों को सड़क पर उतरकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि सड़क और नदी को नुकसान न हो। गिट्टी और रेत का परिवहन करने वाले हाइवा के डाला में अतिरिक्त डाला की ऊंचाई बढ़ाई गई है, जिससे रेत अधिक आए और मुनाफा ज्यादा कमाया जा सके।

सूत्र बताते हैं कि खनिज विभाग के एक अधिकारी के कोरबा पदस्थ होने के बाद से ही अन्य जिलों के रेत तस्करों ने भी अपना डेरा कोरबा में डाल दिया है। व्यक्तिगत लाभ के लिए एनजीटी के नियमों की अवहेलना भी खनिज विभाग के अधिकारी कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि खनिज विभाग कोरबा के इन भ्रष्ट अधिकारियों पर कब शासन प्रशासन कार्रवाई करता है।

कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने अवैध रेत के कारोबार पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं, लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी इन आदेशों का पालन करने में असफल साबित हो रहे हैं। इससे नदियों का अस्तित्व संकट में पड़ गया है और शासन को राजस्व की हानि हो रही है। इस मामले में खनिज विभाग और जिला प्रशासन की जवाबदेही तय होनी चाहिए। शासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और अवैध रेत के कारोबार पर रोक लगानी चाहिए।

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