परीक्षा या मजाक : 12वीं के पेपर बंटते ही यू-ट्यूबर्स ने डाले आंसर, 98 हजार व्यू मिले

रायपुर। एक तरफ केंद्र सरकार ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी, तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में 12वीं सीजी बोर्ड की परीक्षा इस पैटर्न से ली जा रही है कि नकल के रास्ते खुल गए हैं। सीजी 12वीं की परीक्षा के लिए छात्रों को प्रश्नपत्र-आंसरशीट स्कूल से लेकर घर में बनानी हैं।

इसके लिए छात्र किताबें, गाइड देखकर तो आंसरशीट भर ही रहे हैं, नया खुलासा यह हुआ है कि बड़ी संख्या में छात्रों ने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया है। दरअसल पहले दिन यानी 1 जून को जो प्रश्नपत्र बांटे गए, कई यू-ट्यूबर्स ने उनके आंसर 24 घंटे के भीतर अपलोड कर दिए। इसके 98 हजार से ज्यादा व्यू आ चुके हैं, अर्थात इतने छात्र इन्हें देख चुके हैं।माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार दसवीं सीजी बोर्ड परीक्षा रद्द की, लेकिन 12वीं परीक्षा लेने का फैसला कर यह सिस्टम लाया कि छात्र घर में पेपर बनाएंगे।

स्कूलों से आंसरशीट व पर्चे बांटे गए। इससे कई स्कूलों में भीड़ भी लगी। जिस दिन पेपर बंटे, उसके अगले दिन ही यू-टयूबरों ने विषयवार सारे आंसर अपने-अपने चैनलों में डाल दिए। सोशल मीडिया ग्रुप में भी उत्तर वायरल होने लगे। इसे देखकर भी बड़ी संख्या में छात्रों ने पेपर लिखे। जानकारी के मुताबिक कई यूट्यूब चैनल ऐसे हैं, जिसमें बारहवीं सीजी बोर्ड परीक्षा के आंसर सेट के अनुसार डाले हैं। इसे करीब 50 हजार से अधिक बार देखा गया।

3 घंटे का पेपर लेकिन उत्तर के लिए 24 घंटे


12वीं बोर्ड की परीक्षा 3 मई से होने वाली थी। शुरुआत में परीक्षा का आयोजन केंद्र में होना तय किया गया था। इसके अनुसार ही पेपर तैयार किए गए। तीन घंटे के हिसाब से प्रश्न पूछे गए। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षा स्थगित हुई। दोबारा परीक्षा नए फार्मूले से तय हुई। छात्रों को घर से पेपर लिखने के लिए कहा गया। इससे छात्रों को 3 घंटे की जगह उत्तर लिखने के लिए 24 घंटे दिए गए। नए फार्मूले से परीक्षा के तहत छात्रों को एक साथ पांच विषयों की आंसरशीट व पर्चे बांटे गए। 5 विषयों के सवालों के जवाब के लिए 5 दिन दिए गए हैं। इस तरह से एक विषय में एक दिन यानी 24 घंटे दिए गए।

आंसरशीट जमा करने में भीड़, परीक्षा रद्द करें: बृजमोहन


भाजपा के पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की आशंका जताते हुए बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा बताया है। ऐसे अवसर पर किसी भी स्थान पर भीड़ लगाना कतई सुरक्षित नहीं है। छत्तीसगढ़ के करीब 3 लाख विद्यार्थी परीक्षा केंद्र से उत्तर पुस्तिका ले जाएंगे फिर वापस लाकर जमा करेंगे। यह भीड़ कहीं विद्यार्थियों के साथ साथ स्कूल के शिक्षकों व कार्यालयीन स्टाफ के संक्रमण का बड़ा कारण न बन जाए। अग्रवाल ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी केंद्र और उत्तर प्रदेश में परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर रही हैं, तो दूसरी ओर उनकी पार्टी की छत्तीसगढ़ में सरकार परीक्षा के नाम पर स्कूलों में भीड़ लगवा रही है। इसे रोकें और परीक्षा तुरंत रद्द करें।