सराहनीय कार्य : ड्यूटी के साथ जरूरतमंदों की मदद का फर्ज निभा रही है रायगढ़ पुलिस, 35,000 से अधिक लोगों तक पुलिस हेल्प डेस्क से पहुंचाई जा चुकी है मदद

● 35,000 से अधिक लोगों तक पुलिस हेल्प डेस्क से पहुंचाई जा चुकी है मदद ।

● मेडिकल, ई-पास के साथ वाहन उपलब्ध कराकर लॉकडाउन में फंसे लोगों की मदद।

रायगढ़ 4 जून (वेदांत समाचार) रायगढ़ पुलिसककर्मी सड़कों पर मोर्चा संभालने के साथ-साथ समाज के लिए अपनी सभी जिम्मेदारी का पूरी कर्तव्यनिष्ठा और लगन से अपनी सेवाएँ देकर लोगों को लाभावन्तित कर रहे है। जिससे लॉक डाउन में बेसहारा और असहाय लोगों को लाभ पहुंचा सकें। लॉकडाउन से प्रभावित होने वाले जरूरतमंदों एवं बाहर से आकर जिले फंसे कुछ लोगों को अब तक पुलिस हेल्प डेस्क के जरिये रेडी-टू-ईट पैकेट का वितरण किया जा रहा है । पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन पर 14 अप्रैल 2021 से जिला पुलिस जन सहयोग से सूखा राशन, पका हुआ भोजन की व्यवस्था कर जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया जा रहा है, चूंकि अभी भी जिले में लॉकडाउन प्रभावशील है, ऐसे में असहाय, घुमंतू तथा बाहर जिलों से आकर मजदूरी करने वाले, फेरीवालों पर समस्याएं बनी हुई है जिन्हें पुलिस की हेल्प डेस्क से कुछ राहत मिल रही है । वहीं जिला प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने में जरूरतमंदों को राहत पहुंचाई गई है । साथ ही नगर निगम क्षेत्र में स्थानीय पार्षदों द्वारा भी अपने-अपने वार्डों में सूखा राशन एवं सब्जियां उपलब्ध कराया जा रहा है ।

पुलिस हेल्प डेस्क के नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि रायगढ़ पुलिस एवं विभिन्न सामाजिक संस्था से प्राप्त राशन आज दिनांक 02 जून 2021 तक 35,229 व्यक्तियों तक सूखा राशन, पका हुआ भोजन का वितरण किया जा चुका है । अभी भी बचत में सूखा राशन का पैकेट रखा गया है । जरूरतमंद व्यक्ति सम्पर्क करने पर व्यवस्था की जाती है तथा प्रतिदिन शहर में रेडी टू ईट पैकेट का वितरण थानों की पेट्रोलिंग के माध्यम से कराया जा रहा है ।

रायगढ़ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह

कोरोना की दूसरी लहर में पुलिस हेल्प डेस्क के जरिए बहुत से लोगों को मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई । शुरूवाती समय में संक्रमित मरीजों के परिजनों के पुलिस हेल्प डेस्क में लगातार कॉल आते थे जो ऑक्सीजन, बेड, मेडिसीन में मदद के लिये थे, हेल्प डेस्क के नोडल अधिकारी वरिष्ठ अधिकारियों, थाना प्रभारियों से उन्हें यथासम्भव मदद दिलाई गई । वहीं ई-पास के लिये लगातार पुलिस कार्यालय में सम्पर्क कर रहे लोगों को ई-पास में मदद की गई तथा प्रथम लॉकडाउन की तरह ही पिछले माह जिले में फंसे हुये दूसरे जिलों को लोगों को वाहन उपलब्ध करवाकर थाना प्रभारियों द्वारा उनके घर तक पहुंचाया गया है ।