निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को लूटा जाना प्रदेश सरकार की विफलता का प्रमाण : सिंहदेव

रायपुर । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने कोरोना संक्रमण के आपदाकाल में निजी अस्पतालों में मची लूट के लिए प्रदेश सरकार पर हमलावर होते हुए कहा है कि अपने निर्धारित पैकेज पर कोरोना संक्रमितों का इलाज निजी अस्पतालों में नहीं करा पाना प्रदेश सरकार की विफलता का प्रमाण है। अनुराग सिंहदेव ने कहा कि निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के नाम पर मची लूट के चलते ग़रीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की जमा-पूंजी, ज़मीन-ज़ायदाद, गहने आदि सब बिक गए। कोरोना की दूसरी लहर में राजधानी समेत प्रदेश के अमूमन सभी ज़िलों में निजी अस्पतालों ने कोरोना संक्रमितों के परिजनों से अनाप-शनाप पैसे वसूले।


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि सरकार के इलाज पैकेज में भी लूट के अनेक रास्ते निकालकर निजी अस्पतालों ने भारी-भरकम बिल बनाए और इसके लिए हाई एंड मेडिसिन और अन्य संसाधनों के हिसाब से बिल बनाने का तर्क देकर अब इन अस्पतालों के संचालक अपना बचाव करने पर उतर आए हैं। श्री सिंहदेव ने हैरत जताई कि निजी अस्पतालों ने न केवल पीपीई किट व मास्क तक के पैसे मरीजों से वसूले, बल्कि उसी अस्पताल में मरीज को एक बार देखने की कंसल्टेशन फीस के तौर पर 05-05 हज़ार रुपए फ़ीस वसूली गई। अस्पतालों में मरीजों को भर्ती कराने, ऑक्सीज़न, वेंटीलेटर और दवाओं के नाम पर मरीजों की विवशता का जमकर फ़ायदा उठाते हुए दुगुनी-तिगुनी राशि वसूली गई। श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के लिए अलग-अलग श्रेणियों के पैकेज तय कर दिया । परंतु शिकायत हेतु जारी सरकारी टोल फ्री नंबर पे 80 हजार से ज्यादा शिकायते आने के बाद भी कुछ को नोटिस जारी करने के अतिरिक्त अपनी बाकी ज़िम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने का काम किया। प्रदेश सरकार की यह ज़िम्मेदारी थी कि पैकेज तय करने के बाद वह अपने स्तर पर इसकी मॉनीटरिंग करती और मरीजों के इलाज का नियमित फ़ॉलो-अप करती। लेकिन प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर अपने उदासीन रवैए से बाज नहीं आई।


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि कोरोना की पहली के बाद अब दूसरी लहर में भी प्रदेश सरकार का नाकारापन प्रदर्शित होना बेहद शर्मनाक है। केवल सियासी नौटंकियों, केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ अनर्गल प्रलाप और दारू की कोचियागिरी की फ़िक्र में ही प्रदेश सरकार मशगूल रही और कोरोना की रोकथाम के पक्के इंतज़ाम तक अपने उपलब्ध संसाधनों से करना प्रदेश सरकार को ज़रूरी महसूस नहीं हुआ। श्री सिंहदेव ने प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन के राजनीतिकरण के लिए भी प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में इरादतन वैक्सीन टीकाकरण के काम धीमी गति से चलाया जा रहा है। हर बात में झूठ और भ्रम फैलाकर प्रदेश सरकार कांग्रेस के टूल किट एजेंडे पर काम करती नज़र आ रही है। श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना से मृत लोगों की संख्या छिपाने के मामले के बाद अब प्रदेश सरकार अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या भी छिपाने का शर्मनाक काम करती हुई बेनक़ाब हो रही है। जब सिर्फ़ राजधानी में ही इन दो महीनों में इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती 300 मरीजों को कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या में शामिल नहीं किया गया है, तो पूरे प्रदेश की स्थिति का सहज अनुमान लगाया जा सकता है।