अंचल के गीतकार प्रकाश राजवाड़े को गीतों से मिली पहचान, मिला दादा साहेब फालके इंटरनेशनल अवार्ड

धनेश्वर राजवाड़े

कोरबा 4 मई (वेदांत समाचार) विकासखंड करतला के शासकीय प्राथमिक शाला सरैहानार में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत ग्राम कनकी निवासी गीतकार प्रकाश राजवाड़े द्वारा लिखे सैकड़ों गाने रिलीज हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ी एलबम सुंदरी के मुंदरी, मस्त-मस्त, झूम कांवरिया झूम कनकीधाम, झारा झारा नेवता, पहिली घर के दाई, झोलटूराम के महामाई, अमर कथा हरिश्चंद्र, तारामती, श्रवण कुमार, सती सावित्री एवं सती चांगुड़ा को जसगीत सम्राट दिलीप षड़ंगी ने अपने आवाजों से सुमधुर संगीत से पिरोया है। वहीं उनके लिखे गीत के एलबम दाई के अंगना, गजनी बैगा, कुदरगढ़ी दाई दे छप्पर फार के को संजय सुरीला सरगुजा ने स्वर दिया है।

कोरबा में रिलीज एलबम दाई के प्रसाद, कांवर वाला बड़ पावर वाला, जस गंगा, जेती माई ओती सांई, जस अमृत, दाई के अंगना, आना दाई आना दाई, अंगना म आजा महामाई सहित कई एलबम के गीत राजवाड़े द्वारा लिखा गया है, जिसे कोरबा अंचल के गायक कृष्णा चौहान, धनसाय साहू, गनपत कौशिक, परदेशी सारथी, संजय नरडे एवं दिनेश सिंह ने गाया है। जिस हेतु गीतकार प्रकाश राजवाड़े को समाजसेवा, कोरोना वारियर्स, गीत संगीत के माध्यम से जनजागरूकता अभियान एवं शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें दादा साहब फालके इंटरनेशनल अवार्ड फिल्म फाउंडेशन बड़ोदरा गुजरात द्वारा कोरोना वारियर अवार्ड से सम्मानित करते हुए आनलाईन प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। गीतकार राजवाड़े को दादा साहब फालके इंटरनेशनल अवार्ड मिलने पर रमेश पालिया पत्रकार, महावीर शांडिल्य, पार्षद धनसाय साहू सहित उनके परिजनों व मित्रों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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