नईदिल्ली : इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ढेर कर दिया है. इजराइल ने शुक्रवार की शाम लेबनान के बेरूत में एक के बाद एक कई इमारतों को निशाना बनाकर एयर स्ट्राइक की थी जिसमें नसरल्लाह की मौत हो गई. इन्हीं में से एक इमारत में बने बंकर में हिजबुल्लाह का मुख्यालय था और उसी में रहकर नसरल्लाह इजराइल पर हमले की प्लानिंग कर रहा था. नसरल्लाह के मौत के बाद अब इजराइल के उस बम की चर्चा हो रही है जिसका इस्तेमाल उसने इस ऑपरेशन को अंजाम देने में किया.
इजराइल ने नसरल्लाह को मारने के लिए जिस ताकतवर मिसाइल का इस्तेमाल किया है उसका नाम बंकर बस्टर GBU-72 बम है. इस विध्वंसक बम की ताकत का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि यह बड़े से बड़े और सुरक्षित माने जाने वाले बंकर को पल भर में नेस्तनाबूद करने की क्षमता रखता है. इस बम निर्माण खुद इजराइल ने नहीं किया है बल्कि उसे अमेरिका ने इसे दिया है. माना जा रहा है कि इजराइल ने पहली बार किसी ऑपरेशन में अपने ताकतवर बम का इस्तेमाल किया है. इस बम को 2021 में बनाकर तैयार किया गया था.
GBU-72 बंकर बस्टर बम की खासियत
- इस GBU-72 बंकर बस्टर बम को वर्ष 2021 में बनाकर तैयार किया था.
- इसे अपनी तरह का एक बेहद एडवांस बंकर बस्टर बम कहा जाता है.
- खास बात ये है कि GBU-72 में 2200 किलोग्राम विस्फोटक भरा होता है.
- ये बम बंकर समेत पूरी की पूरी बिल्डिंग नष्ट करने की ताकत रखता है.
इजराइल के इस हमले में कम से कम 6 इमारतें पूरी तरह से तबाह हो गई. हमले के बाद कुछ इमारतें पूरी तरह से समतल नजर आईं. कुछ मलबे में तब्दील हो चुकी हैं. लेबनान की मानें तो इजराइली हमले में कम से कम दो लोगों की मौत हुई है जबकि 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
कैसे काम करता है GBU-72 बंकर बस्टर?
- बंकर बस्टर बम लॉन्च होने के बाद जमीन को गहराई तक भेदता है.
- इसमें तुरंत विस्फोट नहीं होता बल्कि ये करीब 100 फीट नीचे जाने के बाद फटता है
- पहले कॉन्क्रीट पर GBU-72 का प्राइमरी वॉरहेड फटता है.
- फिर ब्लास्ट के बाद सेकेंडरी और मेन वॉरहेड ट्रिगर होता है.
- इसका मेन वॉरहेड 6 फीट मोटी कॉन्क्रीट को भी अंदर तक भेदने की क्षमता रखता है.
- कॉन्क्रीट के पार जाने के बाद सुरंग को भी तबाह कर देता है.
इजराइल ने कैसे दिया पूरे ऑपरेशन को अंजाम?
सबसे पहले इजराइली जासूसों को बेरूत में नसरल्लाह की लोकेशन मिली. उन्होंने इसकी जानकारी खुफिया एजेंसी के हेड क्वार्टर तक पहुंचाई. इसके बाद बिना देरी किए बेरूत पर एयर स्ट्राइक का फैसला किया गया. इजरायल डिफेंस फोर्सेस ने एयर स्ट्राइक के लिए अमेरिका गए प्रधानमंत्री नेतन्याहू से रजामंदी ली. पीएम की ओर से हमले का सिग्नल मिलते ही एयर स्ट्राइक कर दी गई.
अमेरिका से नेतन्याहू ने दी थी हमले की इजाजत
बताया जा रहा है कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने UN में भाषण देने के बाद अपने होटल रूम से हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमले की इजाजत दी थी. अटैक के बाद इजराइली PM ऑफिस ने नेतन्याहू की एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें दावा किया जा रहा है कि वे लैंडलाइन फोन से लेबनान में हमले का आदेश देते नजर आ रहे थे.
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