₹50 के गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर पर दान देने के लिए एग्रीमेंट…सालासर बालाजी मंदिर में कमाई का ये हिस्सा

राजस्थान के एक भक्त ने मंदिर में दान के लिए एग्रीमेंट किया है. सालासर बालाजी मंदिर में दान के लिए भक्त ने पुजारी की मौजूदगी में स्टांप पर एग्रीमेंट किया है. मंदिर में दान के लिए एग्रीमेंट करने वाले शख्स का नाम दिलकुश ओझा है. दिलखुश ओझा ने एग्रीमेंट में दर्शाया है कि वो अपनी आय का 5 फीसदी हिस्सा मंदिर को दान करेंगे. ओझा के इस कदम की हर कोई सराहना कर रहा है. साथ ही ये उनके धार्मिक विश्वास और समर्पण को भी दर्शाता है.

सालासर बालाजी मंदिर चुरू जिले में जयपुर-बीकानेर राजमार्ग पर स्थित है. इस मंदिर में वर्ष भर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है. देशभर से असंख्य भारतीय श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं. वहीं दिलकुश ओझा ने ₹50 के गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर पर एक शपथ पत्र तैयार करवाया, जिसमें उन्होंने दान किए जाने वाली राशि का जिक्र किया है.

दिलकुश ओझा ने ₹50 के गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर पर एक शपथ पत्र तैयार करवाया, जिसमें उन्होंने ये प्रतिज्ञा की है कि जो भी आर्थिक लाभ उन्हें होगा उसका 5 फीसदी हिस्सा मंदिर को दान में देंगे. दिलखुश ओझा ने अपने एग्रीमेंट में लिखा है कि आर्थिक लाभ किसी भी माध्यम से हो, चाहे वह जिला परिवहन कार्यालय हो, कोर्ट हो या कोई और स्रोत. उसका 5% हिस्सा वो सालासर बालाजी को समर्पित करेंगे.

मंदिर के पुजारी को सौंपा एग्रीमेंट लेटर
दिलखुश ओझा ने ये भी कहा है कि वो हर महीने अपनी आय का 2% हिस्सा भी बालाजी मंदिर या फिर सरकारी सेवाओं को दान करेंगे. इसके अलावा किसी भी प्रकार के आर्थिक लाभ का 5% हिस्सा वो खुद सालासर बालाजी को दान करने का संकल्प लेकर आए थे. इसके लिए उन्होंने मंदिर के नितिन पुजारी की मौजूदगी में एग्रीमेंट किया और शपथ पत्र सौंपा है.

दिलखुश ओझा ने 20 सितंबर 2024 को इस शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करके इसे पूरी विधि से मंदिर के पुजारी को सौंपा. सालासर बालाजी में इस प्रकार का समर्पण और विश्वास दर्शाते हुए ओझा ने जो मिसाल कायम की है, वह सराहनीय है. लोग दिलखुश ओझा की तारीफ कर रहे हैं.