छत्तीसगढ़: लेमरू एलीफेंट रिजर्व की वजह से फंसी कोयला खदान, कर्नाटका पावर को आवंटित कोल ब्लॉक पर लटकी अनिश्चितता की तलवार

कोरबा, 25 सितंबर(वेदांत समाचार) । छत्तीसगढ़ के कोरबा,धरमजयगढ़ में कर्नाटका पावर को आवंटित दो कोल ब्लॉक की योजना लेमरू एलीफेंट रिजर्व की वजह से फंस गई है। पूर्व की कांग्रेस सरकार ने रिजर्व का दायरा बढ़ाया, जिससे 40 कोल ब्लॉक्स प्रभावित हुए हैं।

कोल मिनिस्ट्री की समीक्षा में पाया गया कि आवंटन के सात साल बाद भी कोयला खदान शुरू करने के लिए जरूरी अनुमति नहीं ली गई। डायरेक्ट्रेट ऑफ माइंस ने कलेक्टर रायगढ़ को पत्र लिखकर कोल ब्लॉक की स्थिति की जानकारी मांगी है, लेकिन डीजीपीएस सर्वे अभी तक फाइनल नहीं हो सका है।

कर्नाटका पावर को दुर्गापुर 2/सरिया और दुर्गापुर 2/तराईमार कोल ब्लॉक आवंटित किए गए थे, लेकिन अब लेमरू एलीफेंट रिजर्व की वजह से ये परियोजनाएं खतरे में पड़ गई हैं। रिजर्व का दायरा बढ़ाकर 1995 वर्ग किमी कर दिया गया है, जिससे 40 कोल ब्लॉक्स प्रभावित हुए हैं।

इसके अलावा, कंपनी ने फारेस्ट क्लीयरेंस स्टेज 1 व 2 और इन्वायरमेंट क्लीयरेंस नहीं लिया है, और एंड यूज प्लांट की स्थापना अभी तक नहीं हुई है। कंपनी पर पेनाल्टी करने की सिफारिश की गई है, और संभव है कि कंपनी की करोड़ों की बैंक गारंटी जब्त हो जाए।

इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए कोल मिनिस्ट्री की ओर से निर्देश का इंतजार किया जा रहा है।