शास्त्रों के अनुसार तुलसी का पौधा घर में आने वाली विपत्ति को रोकने के साथ-साथ रोगों के नाश के लिये भी एक अच्छा उपाय है।
शास्त्रों के अनुसार तुलसी का पौधा घर में आने वाली विपत्ति को रोकने के साथ-साथ रोगों के नाश के लिये भी एक अच्छा उपाय है। साथ ही यह परिवार की आर्थिक स्थिति के लिये भी शुभ होती है। तुलसी का पौधा घर में होने से मन को शांति और प्रसन्नता मिलती है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से तुलसी संबंधी हर वास्तु के बारे में।तुलसी का पौधा ऐसा है जो आपको मुसीबतों के बारें में पहले से ही सतर्क कर देता है। इस बारे में धर्म ग्रंथों में भी बताया गया है।जिसके अनुसार जिस घर पर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उस घर से सबसे पहले लक्ष्मी यानी कि तुलसी चली जाती है क्योंकि दरिद्रता, अशांति या क्लेश जहां भी होता है वहां लक्ष्मी जी का निवास कभी नही होता।
शास्त्रों के अनुसार तुलसी के सुखने का कारण हिंदू धर्म के अनुसार तुलसी को जन्म से मृत्यु तक काम आने वाला पौधा माना जाता है। मामूली सा दिखने वाला यह तुलसी का पौधा हमारे घर के सभी दोष को दूर करता है। जिससे आप और आपका परिवार निरोग- सुखमय होने के साथ समृद्धि से भरपूर होता है।
घर पर ना रखें तुलसी का सुखा पौधाघर में कभी भी सूखा तुलसी का पौधा नहीं रखना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। तुलसी के पौधे को कुएं या किसी पवित्र स्थान पर बहा देना चाहिए और नया पौधा लगाना चाहिए। ज्योतिषी के अनुसारज्योतिषों के अनुसार तुलसी का पौधा बुध के कारण सुखता है, क्योंकि बुध ग्रह हरे का प्रतीक होता है और पेड़-पौधें, हरियाली का प्रतीक होता है। यह एक ऐसा ग्रह होता है जो दूसरों ग्रहों के अच्छे और बुरे प्रभाव जातक तक पंहुचाता है। बुध के प्रभाव से ही तुलसी के पौधे में फूल लगने लगते हैं। तुलसी वास्तु के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इससे घर पर हमेशा सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है।
इन दिशाों में तुलसी लगाना माना जाता है श्रेष्ठवास्तु शास्त्र के अनुसार घर में तुलसी के पौधा लगाना चाहते हैं तो उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाना घर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है। इसके अलावा आप चाहे तो ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं।
बिल्कुल भी इन दिशाओं पर ना लगाएं तुलसी क पौधावास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए, अन्यथा यह आपको फायदा देने के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है।
तुलसी के पौधे को इस दिस जल चढ़ाना होता है मनाकुछ ऐसे खास दिन भी होते हैं जब तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार हर रविवार, एकादशी और सूर्य और चंद्र ग्रहण के समय तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। साथ ही इन दिनों में और सूर्य छिपने के बाद तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोष लगता है। इसके अलवाना व्यक्ति रविवार के दिन तुलसी के पौधे में कच्चा दूध डालता है और रविवार को छोड़कर प्रतिदिन शाम को घी का दीपक जलाता है, उसके घर में सदा लक्ष्मी जी का वास रहता है।किचन में लगाना माना जाता है शुभतुलसी को रसोई के पास भी रख सकते है। ऐसा करने से आपके घर की पारिवारिक कलह खत्म हो जाएगी।
तुलसी के द्वारा ऐसे पाएं वास्तु दोष से छुटकाराअगर आपके घर में वास्तु दोष है तो इसे दूर करनें के लिए तुलसी के पौधे को अग्नि कोण यानि की दक्षिण-पूर्व से लेकर उत्तर-पश्चिम तक के किसी भी खाली जगह में लगा सकते है। अगर इन जगहों में खाली जगह न हो तो गमले में इसे लगा लें।
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