कोरबा, 04 सितम्बर (वेदांत समाचार) I कोरबा में तांडव मचाने के साथ ही नी लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले दंतैल हाथी एक बार फिर से कोरबा पहुंच गया है। चांप-जांजगीर और बिलासपुर जिले में ग्रामीणों को दहशत में डालने वाला हाथी पाली क्षेत्र में विचरण कर रहा है।
कोरबा में तांडव मचाने के साथ ही नी लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले दंतैल हाथी एक बार फिर से कोरबा पहुंच गया है। चांप-जांजगीर और बिलासपुर जिले में ग्रामीणों को दहशत में डालने वाला हाथी पाली क्षेत्र में विचरण कर रहा है। हाथी डोंगानाला,गणेश पुल और मुनगाडीह गांव में किसानों की फसलों को रौंद चुका है। वन विभाग ग्रामीणों को सचेत रहने को कहा है।
कोरबा जिले में जंगली हाथी दहात का पर्याय बन चुके है। हाथी ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। हाथियों के कारण जान माल का नुकसान लगातार जारी है। पिछले माह तीन लोगों की जान लेकर पहले चांपा जांजगीर फिर बिलासपुर जिले का रुख करने वाला दंतैल हाथी एक बार फिर से कोरबा पहुंच गया और कटघोरा वनमंडल के पाली रेंज में विचरण कर रहा है। हाथी ने हाल ही में डोंगानाला,गणेश पुल,मुनगाडीह गांव में जमकर तबाही मचाई हैं। कई किसानों की फैसलों को बबार्द कर चुका हाथी ईलाके में विचरण कर रहा है,जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। वन विभाग हाथी पर नजर जमाए हुए है और लोगों को उसके करीब नहीं जाने की सलाह दे रहा है।
रेंजर पाली रेंजर संजय लकड़ा ने बताया कि वन विभाग हाथी द्वारा किए गए नुकसान का आंकलन कर रहा है ताकी प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जा सके। दिन रात विभाग के कर्मचारी हाथी के विचरण पर नजर रखे हुए हैं ताकी कोई अनहोनी ना हो पाए।
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