कोलकाता की घटना की चौतरफा आलोचना और राज्य में बीजेपी के विरोध का सामना कर रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान किया है। ममता बनर्जी ने बीजेपी के राज्य व्यापी बंद के बीच कहा है कि सरकार अगले हफ़्ते विधानसभा सत्र बुलाएंगी। इसमें बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने के लिए 10 दिनों के भीतर एक विधेयक पारित किया जाएगा। हम इस विधेयक को राज्यपाल के पास भेजेंगे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह ऐलान ऐसे वक्त पर किया है जब राज्य में बीजेपी उनके इस्तीफे की मांग को लेकर लगातार दबाव बना रही है। 28 अगस्त को बीजेपी ने बंद बुलाया है। बंद के दौरान कई जगहों से हिंसा भी सामने आई है। एक दिन पर नबन्ना मार्च में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था। आरजी कर हॉस्पिटल में लेडी डॉक्टर के साथ रेप और फिर हत्या के मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है। ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पहल की जरूरत है। बनर्जी ने इसमें कहा था कि देश में औसतन 90 रेप की घटनाएं होती हैं। कोलकाता की घटना के बाद टीएमसी की तरफ से लगातार यह मांग की जा रही है कि दोषियों को फांसी दी जाए।
फांसी पर लटकाना ही विकल्प
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि कोलकाता के डॉक्टर के बलात्कार और हत्या जैसे अपराधों के लिए केवल एक ही उचित सजा है ‘फांसी पर लटका देना’ है। उन्होंने बीजेपी पर इस जघन्य हत्याकांड की जांच को पटरी से उतारने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने बताया कि बंगाल सरकार 7 दिनों के भीतर जांच पूरी करना चाहती थी, लेकिन सीबीआई ने अब तक मामले को सुलझाया नहीं है। बनर्जी ने कहा कि बंगाल सरकार राज्य विधानसभा में बलात्कार विरोधी कानून पर एक नया विधेयक पारित करेगी।
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