हेल्थ भी रहेगी दुरुस्त, ये आदतें अपना लीं तो हमेशा रहेंगे खुश

काम का बोझ तो कभी निजी जिंदगी की परेशानियां, इन सबके बीच लोग खुद की खुशी के लिए वक्त निकालना भूल ही जाते हैं, लेकिन अगर आप स्ट्रेस में रहते है तो इससे खुद तो उदासी, एंग्जायटी और अकेलापन महसूस करते ही हैं, साथ ही में अपने काम पर भी फोकस नहीं कर पाते हैं. इससे पर्सनल लाइफ पर भी असर होता है. इसके अलावा स्ट्रेस कई बीमारियों की वजह भी बनता है. डेली रूटीन में अगर कुछ आदतें अपना ली जाएं तो इससे आप मेंटली मजबूत बनेंगे और हर छोटी बात पर स्ट्रेस नहीं होगा. जिससे आप ज्यादा खुश रह पाएंगे.

डेली रूटीन की अच्छी आदतें आपकी मेंटल हेल्थ को तो इंप्रूव करती ही हैं, इसके अलावा आप फिजिकली भी एक्टिव महसूस करते हैं, जिससे प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल लाइफ को भी बेहतर तरीके से हैंडल और एंजॉय कर पाते हैं. तो चलिए जान लेते हैं.

रोजाना करें योगा और मेडिटेशन
खुद को स्ट्रेस से दूर रखने के लिए जरूरी है कि मेंटली स्ट्रांग बनें. इसके लिए मेडिटेशन करना सबसे बढ़िया तरीका है. इसके अलावा रोजाना कुछ मिनट के योगासन करने से आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहती है और आप ज्यादा रिलैक्स महसूस करते हैं.

बैलेंस मील लेना न भूलें
सही खानपान न होने की वजह से शारीरिक तौर पर तो आप बीमार होने ही लगते हैं, इसके अलावा इसका बुरा असर आपकी मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है. इसलिए यह बेहद जरूरी है कि बैलेंस मील लें. यह भी ध्यान रखें कि फूड्स न्यूट्रिशन रिच होने के साथ ही समय से लिया जाए तो बेहतर रहता है यानी ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर टाइम पर ही करने की आदत डालें.

सोने और जागने का सही टाइम फिक्स करें
खराब नींद भी मूड स्विंग और चिड़चिड़ेपन की वजह बनती है, इसलिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेना न भूलें. इतना ही नहीं, इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए कि रात को लगभग दस से साढ़े दस तक सो जाना सही रहता है और सुबह उसी के हिसाब से वक्त पर उठ जाना चाहिए. इससे आप खुद को फ्रेश महसूस करते हैं.

भरपूर मात्रा में पानी पीना
डेली रूटीन में भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए. पानी पीने के तरीके और टाइम का भी ध्यान रखें, जैसे खाना खाने के आधे घंटे पहले और फिर कम से कम एक घंटे बाद पानी पीना, सुबह की शुरुआत पानी पीने से करना. खड़े होकर पानी न पिएं. एक साथ बहुत सारा पानी पीने की बजाय आराम से घूंट-घूंट करके पानी पीना सही रहता है.

डीप ब्रीदिंग और म्यूजिक सुनना
अगर आप ऑफिस में काम रहे हैं और उस दौरान स्ट्रेस, उलझन महसूस हो तो कुछ मिनट का ब्रेक लेकर खुली हवा में जाएं और डीप ब्रीदिंग यानी गहरी सांस लें. आठ से दस बार सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया करें. इससे आप खुद को काफी रिलैक्स महसूस करें. इसके अलावा स्ट्रेस हो रहा हो तो म्यूजिक सुना जा सकता है, गुस्सा करने की बजाय ये एक अच्छी आदत है कि उस वक्त आप मूड रिलैक्स करने के लिए म्यूजिक सुनें. स्ट्रेस, एंग्जायटी, अकेलापन जैसी सिचुएशन में लाइट म्यूजिक थेरेपी का काम करता है.

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