आंवल में विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट काफी मात्रा में पाए जाते हैं जो शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। आंवला डाइजेशन और मेटाब्लिजम दुरुस्त करता है जो बॉडी में एक्स्ट्रा शुगर को जमा होने से रोकता है। आयुर्वेद में भी आंवला को मधुमेह के मरीजों के लिए कारगर माना गया है इसलिए अपनी डाइट में आंवल को नियमित रूप से लें।
मधुमेह के मरीज रोजाना सुबह आंवला का जूस पी सकते हैं। इसके अलाव आप आंवला को धूप में सुखाकर उसका पाउडर भी बना सकते हैं। एक बार जब पाउडर तैयार हो जाए, तो इसे एक कप पानी में एक चम्मच तक मिलाना शुरू करें और हर दिन घोल पिएँ। आप इसे मीठा करने के लिए इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। आप रोजाना आंवला खा सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा न खाएं क्योंकि इससे कब्ज हो सकता है। आप आंवले की चटनी भी बना सकते हैं। चटनी बनाने के लिए, आंवला के गूदे को थोड़े से धनिया, मिर्च और अदरक के साथ पीस लें। नमक डालकर इसका सेवन करें।
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