“ऐसे कैसे पढ़ेगा इंडिया, ऐसे कैसे बढ़ेगा इंडिया…”, प्रयोगशाला में धूल, बच्चें और टीचर स्कूल से नदारद ! बारहवीं का हाल: 19 परीक्षार्थी में 14 फेल दो पूरक

नारायणपुर, 23 अगस्त (वेदांत सामाचार)। नक्सल प्रभावित जिले के महिमा गवाड़ी हायर सेकेण्डरी स्कूल की इस तस्वीर को देखिए जहां स्कूल के सामने झाड़ियां कैसे बढ़ी हुई है, विज्ञान के प्रयोगशाला रूम में धूल जम रही हैं, लैब की सामग्रियां खराब हो गई हैं। स्कूल के स्टाफ रूम और क्लास के अंदर की खाली कुर्सियां बयां कर रही है। बच्चों और अभिभावकों के अरमान पर पानी फेर रहे हैं। खराब रिजल्ट आने के बाद भी जिला प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा हैं।

शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल

कलेक्टर पूरे जिले में नारियल के पौधे लगाने में अपनी पूरी एनर्जी लगा रहे हैं। स्कूल में पढ़ाई को लेकर किसी प्रकार की चिंता प्रशासनिक स्तर पर होता दिखाई नहीं दे रहा है। 12वीं परीक्षा के रिजल्ट ने नारायणपुर जिले की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दिया है। आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस विषय लेकर भविष्य संवारने आए 19 बच्चों में से 14 बच्चे फेल हो गए हैं और दो बच्चे पूरक आए हैं मात्र 3 बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं। 140 दर्ज संख्या वाले इस हायर सेकेंडरी स्कूल में अनुशासनहीनता इस कदर हावी है कि बच्चे स्कूल से लगातार गायब रहते हैं। बच्चों के साथ शिक्षकों का रवैया भी इसी प्रकार का होता है।

पड़ताल में टीचर रहे नदारद

बुधवार 21/8/24 को शिक्षा व्यवस्था का जायजा लेने हम जब महिमा गवाड़ी स्कूल पहुंचे तो सभी टीचर गायब मिले। वहा मौजूद एक कर्मचारी ने बताया कि भारत बंद होने की वजह से शिक्षक स्कूल नहीं आए हैं। जब हमने बच्चों के दर्ज संख्या की पड़ताल किया तो पता चला कि 60 बच्चें स्कूल आए हैं और 44 बच्चें गैरहाजिर।

कई विषयों के शिक्षक ही नहीं

स्कूल की खराब रिजल्ट को लेकर जब हमने बच्चों से बात किया तो बच्चों ने बताया कि संस्कृत,अर्थशास्त्र, राजनीति, व्यवसाय अध्ययन और हिंदी के टीचर नहीं हैं। 3 साल से प्रयोगशाला में धूल जम रहा है शिक्षक एक बार भी बच्चों को प्रैक्टिकल करने के लिए रूम में नहीं बुलाए हैं। बच्चों ने बताया कि अभी तक एक बार भी जिला स्तर का अधिकारी उनके स्कूल की दहलीज में कदम नहीं रखा हैं। खराब पढ़ाई की वजह से फेल होने वाले बच्चे गांव के अंदर मवेशी चराते हुए दिख रहे हैं। वहीं परिजनों का आरोप है कि शिक्षक बच्चों की पढ़ाई को लेकर गंभीर नहीं है। इस दिशा में सरकार को सकारात्मक रूप से पहल करने की दरकार है।
महिमा गवाड़ी के प्रिंसिपल संतोष बंजारे ने बताया की हमारा रिजल्ट आशा के अनुरूप नहीं आया इससे पहले हमारा रिजल्ट बहुत अच्छा आया था इस रिजल्ट की समीक्षा की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी लखन लाल धनेलिया ने कहा पूरे जिले के रिजल्ट का परीक्षण किया गया हैं । महिमा गवाड़ी स्कूल का रिजल्ट बहुत ही खराब है। जिला स्तरीय अधिकारियों का गठन कर व्यवस्था दुरुस्त किया जाएगा। आने वाले सत्र में रिजल्ट में व्यापक सुधार होगा। जिन स्कूलों का रिजल्ट खराब है उन स्कूलों को आवश्यक टीप दिया जा रहा है। रिजल्ट ख़राब आने पर संबंधित स्कूलों के प्रभारी पर कारवाई भी की जाएगी।