प्रोजेक्ट श्री शक्ति नामक पहल, महिला कर्मचारियों को काम करने की स्वतंत्रता और एक सुरक्षित और भरोसेमंद वातावरण के आश्वासन के साथ सशक्त बनाती है।
रायपुर, 20 अगस्त 2024: भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत के सबसे बड़े एल्युमिनियम उत्पादक वेदांता एल्युमिनियम ने प्रोजेक्ट श्री शक्ति के तीसरे चरण को लांच किया है, जो ओडिशा के झारसुगुड़ा में इसके स्मेल्टर परिचालन में महिला कर्मचारियों को रात की शिफ्ट में शामिल करने की एक अग्रणी पहल है। राज्य के धातु एवं खनन उद्योग में यह इस तरह की पहली पहल है। प्रोजेक्ट के इस चरण को सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने लांच किया, जो कि वेदांता लिमिटेड की गैर-कार्यकारी निदेशक एवं हिन्दुस्तान ज़िंक की चेयरपर्सन हैं। इस पहल से महिला कर्मचारियों को अपने पसंद के समय में काम करने की सुविधा मिलेगी और वें संयंत्र संचालन में अहम भूमिकाएं निभा सकेंगी। यह पहल वेदांता एल्युमिनियम की प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि एक ऐसा कार्यबल बनाया जाए जो ज्यादा समावेशी, समान और सुरक्षित हो, साथ ही कर्मचारी की भलाई का भी ध्यान रखे।
इस अवसर पर सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बर, गैर-कार्यकारी निदेशक, वेदांता लिमिटेड और चेयरपर्सन, हिन्दुस्तान ज़िंक, ने कहा, ’’एक समावेशी संगठन बनाने के लिए सभी के लिए समान अवसर मुहैया कराने पर ध्यान देना आवश्यक है। प्रोजेक्ट श्री शक्ति उसी दिशा में एक कदम है। यह प्रोजेक्ट ओडिशा के औद्योगिक क्षेत्र में एक सकारात्मक सक्षमकारी परिवर्तन बन कर उभरा है। वेदांता में, हम हर सदस्य के लिए सहयोगपूर्ण कार्य वातावरण बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं, चाहे उनका जेंडर कुछ भी हो। हमारी कोशिश है कि सभी उन्नति करें और उत्कृष्टता प्राप्त करें।’’
प्रोजेक्ट श्री शक्ति सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, जो ’विकसित भारत’ का आधार है। महिला प्रोफेशनल्स को कार्य करने के समय में आजादी देकर यह सुनिश्चित किया गया है कि वे अपनी शर्तों पर अपना करियर बना सकें। इस पहल में ओडिशा में कंपनी के कोर संचालनों में महिलाओं को एक सुरक्षित एवं भरोसेमंद वातावरण में रात्रि पाली का दायित्व देना शामिल है। इस तरह कंपनी महिलाओं को करियर बनाने में मदद कर रही है कि ताकि वे उन्नति कर सकें और अपने करियर में नेतृत्व की भूमिकाएं निभा सकें । इस तरह से महिलाओं के लिए समान अवसर मुहैया कराने में एक व्यापक बदलाव आएगा।
इस प्रोजेक्ट में महिलाएं उन्नत संचालन का कार्य संभालेंगी, जिन्हें अब तक केवल पुरुष पेशेवर ही करते आए हैं, और इस प्रकार वे अपनी तकनीकी विशेषज्ञता प्रदर्शित करेंगी। इस पहल द्वारा महिला कर्मचारियों को जरूरी व्यावसायिक कौशल, औद्योगिक प्रक्रियाओं में उन्नत प्रशिक्षण और विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकियों का अनुभव देकर उनकी क्षमताओं के द्वार खोलने का काम किया जाएगा। इन नए कर्मचारियों की शुरुआत सुगम बनाने के लिए, वेदांता ने ओडिशा में अपनी गतिविधियों में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए हैं। इन उपायों में शामिल हैं- समग्र कार्यबल को संवेदनशील बनाने वाले सत्र, कार्यस्थल पर आनेजाने के लिए विशेष निगरानी दल, महिला चालक तथा केवल महिला कर्मचारियों के लिए प्लेटफ़ॉर्म जहां वे एक दूसरे से कनेक्ट कर सकें।’’
झारसुगुडा में वेदांता एल्युमिनियम के पॉटलाइन ऑपरेशंस में पीटीएम (पॉट टेंडिंग मशीन) ऑपरेटर सोनी कुमारी को प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में शामिल किया गया था, उन्होंने अपना अनुभव साझा किया, ’’श्री शक्ति प्रोजेक्ट के तहत काम करना मेरे लिए जिंदगी बदल देने वाला अनुभव रहा। इससे मुझे अपने करियर और पढ़ाई का अच्छा संतुलन बनाने में मदद मिली है। मैंने बहुमूल्य कौशल हासिल किए जिनसे मुझे ज्यादा आत्मनिर्भर एवं आत्मविश्वासी बनने में मदद मिली है। इस पहल से न केवल मेरी पेशेवर वृद्धि में सहयोग मिला है बल्कि मैं अपने निजी लक्ष्यों को भी प्राप्त करने भी सशक्त हुई हूं।’’
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्युमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 24 में 23.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया है। यह मूल्य संवर्धित एल्युमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, जिनका उपयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्युमिनियम को एल्युमिनियम उद्योग में एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2023 में पहली वैश्विक रैंकिंग मिली है, यह उपलब्धि कंपनी की सस्टेनेबल विकास प्रक्रियाओं को प्रतिबिम्बित करती है। भारत में अपने विश्वस्तरीय एल्युमिनियम स्मेल्टर्स और एल्युमिना रिफाइनरी के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्युमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन में लगातार आगे बढ़ रही है।
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