भुवनेश्वर,18 अगस्त (वेदांत समाचार)। केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम की पत्नी झिंगिया ओराम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दरअसल, झिंगिया ओराम डेंगू से पीड़ित थीं और शनिवार की रात 10.50 बजे आखिरी सांस ली। 58 वर्षीय झिंगिया अपने पति और दो बेटियों के साथ रहती थीं। केंद्रीय जनजाति मामलों के मंत्री जुएल ओराम खुद भी डेंगू से पीड़ित हैं और उनका इलाज भी उसी अस्पताल में जारी है, जहां उनकी पत्नी का इलाज चल रहा था।
एक हफ्ते से ज्यादा समय से अस्पताल में भर्ती थीं झिंगिया
मुख्यमंत्री के साथ कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग, विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी और अन्य बीजेपी नेताओं ने दिवंगत आत्मा को अंतिम श्रद्धांजलि दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, झिंगिया को डेंगू होने के बाद भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यहां पर उनका पिछले 9 दिनों से इलाज चल रहा था। उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था, जिसके बाद 58 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली।
ओडिशा के दिग्गज नेताओं में होती है जुएल ओराम की गिनती
जुएल ओराम ओडिशा की राजनीति के सबसे पुराने धुरंधरों में से एक हैं। वह छठी बार सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे हैं। सुंदरगढ़ को उनका गढ़ माना जाता है, जहां से वह 1998 से ही चुनाव जीतते हुए आ रहे हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री रह चुके हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जुएल ओराम की पत्नी के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने शनिवार की रात को अस्पताल का दौरा भी किया था। सीएम माझी के अलावा ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग, विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी और अन्य भाजपा नेताओं ने भी झिंगिया ओराम को श्रद्धांजलि दी। सीएम माझी ने कहा कि झिंगिया ओराम ने जुएल की लंबी राजनीतिक करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जुएल ने झिंगिया से आठ मार्च 1987 में शादी की थी। परिवारवालों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार सुंदरगढ़ जिले के उनके गांव में किया जाएगा।
[metaslider id="347522"]