बिलासपुर, 18 अगस्त । रतनपुर के ग्राम खैरा में रहने वाले इस बीमार युवक को घर पहुंचकर झोलाछाप ने दो इंजेक्शन लगाया। इसके कुछ देर बात ही उसकी हालत बिगड़ने लगी। ऐसे में अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद से झोलाछाप फरार हो गया है।
युवक सर्दी-बुखार से था पीड़ित
इन दिनों लगातार झोलाछाप से इलाज करवाने का खामियाजा लोगों को झेलना पड़ रहा है। लगातार मामले होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग इन पर लगाम लगाने में महज खानापूर्ति कर रही है। ऐसे ही मामला बीते शुक्रवार को हुआ। ग्राम खैरा निवासी 40 वर्षीय श्रीकुमार आर्मो पिछले कुछ दिनों से सर्दी-बुखार से पीड़ित चल रहा था।
झोलाछाप ने दो इंजेक्शन लगान के बाद ठीक होने की बात कही
तबीयत ठीक नहीं होने पर शुक्रवार को उसके स्वजन ने गांव में अवैध रूप से क्लीनिक संचालन करने वाले झोलाछाप कुमार सिंह राजपूत को फोन कर घर बुलाया। ऐसे में झोलाछाप कुछ देर में घर पहुंचा और श्रीकुमार आर्मो की जांच करने के बाद कहा कि इन्हें दो इंजेक्शन लगाना होगा। इसके बाद वह ठीक हो जाएगा। इसके बाद उसने दो इंजेक्शन लगाया।
झोलाछाप हुआ फरार
इसके कुछ देर बाद श्रीकुमार आर्मो को पसीना आने लगा और देखते ही देखते उसकी हालत गंभीर हो चली। स्थिति को समझते हुए स्वजन उसे रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के लिए निकले, लेकिन बीच रास्ते में ही उसकी मौत। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जैसे ही मौत हो जाने की जानकारी झोलाछाप को लगी, वैसे ही वह फरार हो गया। इस मामले की जानकारी रतनपुर पुलिस को दी गई है। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए झोलाछाप की तलाश में जूट गई है। यह झोलाछाप बीते कई सालों से ग्रामीणों का इलाज करते हुए उनके जिदंगी से खिलवाड़ करते आ रहा था। इससे पहले भी कई बार झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन हर बार वह कुछ ही दिनों में अपने अवैध क्लीनिक का संचालन करने लगता है।
सूची है तैयार, होगी ताबड़तोड़ कार्रवाई
सीएमएचओ डा़ प्रभात श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि हमें पहले से ही प्रशासन स्तर पर निर्देश मिल चुका है कि जिले के झोलाछापों के अवैध क्लीनिक बंद कराया जाए। ऐसे में झोलाछापों की फिर से सूची तैयार कर ली गई है। आने वाले दिनों में इनके खिलाफ तबाड़तोड़ कार्रवाई करते हुए इनके अवैध क्लीनक बंद कराया जाएगा।
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