40 सालों से सरकारें नहीं बदल पाई धारावी – प्रणव अदाणी


अदाणी समूह में भविष्य की लीडरशिप तय हो गई है, गौतम अदाणी में उत्तराधिकारियों की घोषणा कर है, समूह की बागडोर को जनरेशन-2 के सबसे सीनियर प्रणव अदाणी ने अपनी योजनाओं के बारे में बताया। प्रणव इस ग्रुप में मैनेजिंग डायरेक्टर (एग्रो,ऑयल और गैस) समेत अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड में डायरेक्टर के पद पर है। ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में प्रणव अदाणी ने ग्रुप समेत धारावी के बारे खुल कर अपनी बातें रखी।
धारावी के लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहते है
धारावी प्रोजेक्ट इस वक्त काफी सुर्खियों में है और कई कारणों से राजनीतिक तौर पर अदाणी समूह के का इस्तेमाल किया जा रहा है, इस सवाल के जवाब में प्रणव अदाणी ने कहा, धारावी प्रोजेक्ट का चुनौतीपूर्ण है, पिछले 40 सालों से कई सरकारों ने इस पर काम करने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। लेकिन इस बार काफी काम हो रहा है, ये एक अच्छा फाइनेंशियल प्रोजेक्ट है। हमारी कोशिश इसे सिर्फ एक बिजनेस प्रोजेक्ट के तरीके से देखने की नहीं है, हम इस प्रोजेक्ट के जरिए लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहते है साथ ही अदाणी समूह की विरासत को आगे ले जाना चाहते है। राजनीतिक दल इसपर पूरे प्रोजेक्ट पर राजनीति कर रहे है, इसके जवाब में प्रणव अदाणी ने कहा, हम पूरी तरह से आश्वस्त है, हमने धारावी के लोगों से बात की है, सभी वहां बदलाव चाहते है, हम जिन लोगों से बात कर रहें है वो धारावी की तीसरी पीढ़ी है और सभी बेहतर जीवन जीना चाहते हैं।
मीडिया और स्टेकहोल्डरर्स से कम्युनिकेशंस हुआ बेहतर
आप जी-2 में सबसे सीनियर हैं, आगे हिंडनबर्ग विवाद जैसी कोई घटना ना हो, आप इसके लिए कितना तैयार है, इस जवाब में प्रणव अदाणी ने कहा, देखिए पहले हम सिर्फ ऑपरेशनल एक्सीलेंस पर ज्यादा फोकस करते थे लेकिन हिंडनबर्ग विवाद ने हमें बहुत कुछ सिखाया, हम पूरी तरह से तैयार है, हमने मीडिया और स्टेकहोल्डरर्स से कम्युनिकेशंस को बेहतर किया है। अब हम ग्रुप स्ट्रक्चर और फाइनेंस पर पारदर्शिता के साथ बात करते है और हर तरह के सवालों का जवाब देते है।
पूरे देश में एक पार्टी की सरकार नहीं है
आपके ग्रुप का देश की एक खास पार्टी से जोड़ा जाता जो इस वक्त सत्ता में है, इस पर प्रणव अदाणी ने कहा, ये सब मीडिया में बातें की जाती है,असल में, देश के 24 राज्यों में हमारा इन्फ्रा,एनर्जी और संसाधनों में बड़ा भारी निवेश है और वहां अलग-अलग दल सत्ता में है। मैं कहना चाहता हूं पूरे देश में एक पार्टी की सरकार नहीं है, बिजनेस के लिए हम हर लीडरशिप से बात करते हैं ,चाहे किसी पार्टी की सरकार हो और आपने देखा होगा, सभी राज्य हमें अपने इन्वेस्टर्स समिट में आने का निमंत्रण भेजते है। इतना ही नहीं, हमारा भारी निवेश पड़ोसी देशों में भी है, हम वहां सिर्फ बिजनेस ही नहीं करते बल्कि उनके राष्ट्रीय हितों का भी ध्यान में रखते है।