रायपुर, 31 जुलाई 2024/ छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर है। दूरस्थ अंचल के अस्पतालों में भी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व पौष्टिक आहार, नियमित दवाईयां आराम करने की सलाह दी जाती है। इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा शुरू प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने प्रसव पूर्व जांच और दवा की सुविधा दी जाती है। सूरजपुर जिलें में 4 सामुदायिक स्वास्थ केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। योजना के तहत फरवरी 2024 से अब तक कुल 753 महिलाओं का सोनोग्राफी की सुविधा दी गई है।
कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में महिलाओं की सुविधा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों भैयाथान, ओडगी, प्रतापपुर एवं रामानुजनगर में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा का सफलतापूर्वक संचालन की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा होने से दूरस्थ अंचल में रहने वाले गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधा में बड़ी राहत मिली है। इस सुविधा के चालू होने से महिलाओं को लंबी दूरी तय करनी नहीं पड़ती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को शारीरिक रूप से आराम मिलने के साथ, समय की बचत एवं आर्थिक बोझ से राहत मिली है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने के बाद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैयाथान में 218, ओड़गी में 101, प्रतापपुर में 220 एवं रामानुजनगर में 214 (कुल 753 ) गर्भवती माताओं का सोनोग्राफी किया जा चुका है। सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने से जिले के दूरस्थ अंचलों के लोगों में हर्ष व्याप्त है।
गौरतलब है कि प्रसव पूर्व जांच से बच्चे को लेकर माता में उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे अथवा बच्चे में संभावित किसी बीमारी का पता लगाया जा सकता है। इसी क्रम में जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में भी निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ की गयी है। सोनोग्राफ़ी सुविधा को लेकर भैयाथान की रहने वाली श्रीमती कोमल साहू ने बताया कि वे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैया थान में नियमित रूप से चेकअप के लिए आती हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा मिलने से उन्हें बहुत आराम मिला है। ऐसी अवस्था में यात्रा कर दूर जाने में काफी परेशानी होती थी परंतु अब घर के समीप यह सुविधा मिलने से वे खुश हैं। साथ ही भैयाथान की ही श्रीमती केसरी बताती हैं की सोनोग्राफी की सुविधा निःशुल्क होने से उन पर आर्थिक बोझ कम हुआ है। उन्होंने बताया कि सोनोग्राफी कराने के लिए पहले दूर जाना पड़ता था और पैसे भी ज्यादा खर्च करने पड़ते थे ऐसे में यह सुविधा जिले के सभी महिलाओं के लिए वरदान के समान है। वे इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देती हैं। 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा प्रत्येक माह के 09 एवं 24 तारीख को उपलब्ध कराई जाती है।
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