उल्लास नवभारत साक्षरता अभियान की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न

0. डीईओ ने ली शिक्षा विभाग के सभी आला अधिकारियों की बैठक

दुर्ग,26 जुलाई। जिले के विकासखण्ड मुख्यालय धमधा स्थित बी.आर.सी. भवन में संकुल प्राचार्यों एवं संकुल समन्वयकों के साथ विभिन्न विभागीय शैक्षिक कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। बैठक में जिला शिक्षाधिकारी अरविंद मिश्रा की अध्यक्षता में विकासखंड में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के साथ-साथ जिला कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा शिक्षा में सुधार के लिये किये जा रहे प्रयासों को धरातल में पहुँचाने में विकासखंड के शिक्षकों को प्रेरित करने पर जोर दिया गया। इस बैठक में उल्लास नवभारत साक्षरता में विकासखंड में बेहतर करने हेतु सुझाव दिए गए एवं संकुल प्राचार्यों एवं संकुल समन्वयकों को जिम्मेदारी देते हुए जवाबदेही तय की गई।

उल्लास नवभारत साक्षरता से आशय

अप्रैल 2022 में, भारत सरकार ने नव भारत साक्षरता कार्यक्रम नामक एक पहल शुरू की, जिसका स्पष्ट लक्ष्य सभी के लिए शिक्षा है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दृष्टिकोण पर आधारित है और इसका उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के साक्षर लोगों को बुनियादी साक्षरता (पढ़ना, लिखना और अंकगणित) के अलावा महत्वपूर्ण जीवन कौशल, डिजिटल और वित्तीय साक्षरता, अधिकारों के बारे में जागरूकता, व्यावसायिक कौशल आदि प्रदान करना है।

इस योजना को उल्लास के नाम से जाना जाएगा, जो इस पहल के सार को दर्शाता है, क्योंकि इसका मतलब है श्समाज में सभी के लिए आजीवन शिक्षा को समझना। उल्लास, अपने नाम की तरह, उन लोगों के जीवन में उत्साह और उल्लास की भावना लाता है जो साक्षरता की शक्ति से वंचित हैं। यह मानता है कि शिक्षा केवल एक लक्ष्य तक पहुँचने का साधन नहीं है, बल्कि एक आजीवन प्रक्रिया है जो व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों को सशक्त बनाती है।

धमधा विकासखंड को 11000 हज़ार असाक्षरों का लक्ष्य

दुर्ग जिले को कुल 30,000 हज़ार असाक्षरों को उल्लास योजना के तहत साक्षर करने का लक्ष्य है, जिसमें 11,000 का लक्ष्य धमधा विकासखंड को दिया गया है। विकासखंड में असाक्षरों का ऑनलाइन करने में आ रही समस्याओं का समाधान भी बैठक में किया गया।

दसवी एवं बारहवीं के मासिक टेस्ट अंक विनोबा एप में डाले जायेंगे

जिला शिक्षाधिकारी द्वारा बताया गया कि दसवी एवं बारहवीं में अध्ययनरत बच्चों का प्रति माह 24 तारीख से 30 के मध्य मासिक टेस्ट लेकर इन बच्चों के अंकों को विनोबा एप में अपलोड किया जायेगा एवं बच्चों की टेस्ट कॉपी को विद्यालय में सुरक्षित रखे जाने के निर्देश दिए गए। दसवी, बारहवी के बच्चे इसे प्रोजेक्ट के रूप में संभालेंगे और इस पर कार्यक्रम करेंगे।

बैठक में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की जिला नोडल पुष्पा पुरुषोत्तमन, विकासखंड शिक्षा अधिकारी कैलाश साहू, विकासखंड स्रोत समन्वयक महावीर वर्मा एवं जिला और विकासखंड स्तर के अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।