बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आरबीसी 6-4 के तहत मूल्यांकन कर मुआवजा राशि स्वीकृत करें : कलेक्टर

0. मलेरिया, डायरिया सहित जल जनित बीमारियों के रोकथाम हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश

बीजापुर,25 जुलाई। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेते हुए व्यापक समीक्षा की। ज्ञात हो कि जिले में लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई थी जो कि अब जनजीवन सामान्य हो चुका है। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने बाढ़ के दौरान हुई मकान क्षति, पशु क्षति सहित अन्य क्षति का मूल्यांकन कर आरबीसी 6-4 का प्रकरण बनाकर मुआवजा राशि स्वीकृत करने के निर्देश समस्त एसडीएम एवं तहसीलदार को दिए। आरबीसी 6-4 के लंबित अन्य प्रकरणों को भी तत्काल स्वीकृत कर मुआवजा देने के निर्देश दिए।

बाढ़ के दौरान प्रभावित हुए सड़क, पुल-पुलिया का मरम्मत शीघ्र कराने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए। वहीं बारिश एवं बाढ़ से शासकीय कार्यालयों के भवनों की स्थिति से अवगत होकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

लगातार बारिश में बाढ़ के कारण सभी आवासीय विद्यालयों के अधीक्षक अनुदेशकों को अपने संस्थाओं में रहने, मौसमी बीमारियों के रोकथाम संबंधी आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। रात में अनिवार्य रूप से संस्था में रूकने के निर्देश दिए।

बरसात का मौसम है मलेरिया, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों के रोकथाम एवं सतर्क रहकर आवश्यक उपाय करने, आवासीय संस्था के परिसर में जल भराव न हो पानी की निकासी का समुचित व्यवस्था, मच्छरदानी का प्रयोग अनिवार्यतः कराए। शौचालय की स्थिति सहित भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने को कहा।

सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार ने मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए दवाईयों का छिड़काव करने, मच्छरों के लार्वा को पनपने से रोकने के लिए जल भराव नहो, परिसर में स्वच्छता बनाए रखने सहित आवश्यक निर्देश दिए।

कृषि विभाग को फसल बीमा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने अधिक से अधिक कृषकों को फसल बीमा कराने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री फलस बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है।

नियद नेल्लानार योजना अन्तर्गत गांवों में हो रहे विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में एसडीएम बीजापुर जागेश्वर कौशल, डिप्टी कलेक्टर उत्तम सिंह पंचारी, सीएमएचओ डॉ. बीआर पुजारी, डीईओ रमेश निषाद, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डॉ. आनंद सिंह सहित जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारीगण, समस्त अनुभाग के एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत एवं सीएमओ नगरी निकाय उपस्थित थे।