सोमवार से छत्तीसगढ़ विधानसभा में मानसून सत्र, विपक्ष ने कहा- जनता के हित में पूछेंगे सवाल, सत्ता पक्ष भी तैयार

रायपुर, 21 जुलाई । छत्तीसगढ़ विधानसभा पहले से और अधिक डिजिटल होती जा रही है। इस बार 22 से 26 जुलाई तक प्रस्तावित विधानसभा के मानसून सत्र में कोई भी विधायक सदन में ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों ही तरीके से ध्यानाकर्षण या स्थगन प्रस्ताव की सूचना दे सकेंगे।

ध्यानाकर्षण की ऑनलाइन सूचना दो घंटे पहले तक दी जा सकेगी। हालांकि इसकी जानकारी आफलाइन भी देनी होगी। बता दें कि विधानसभा के 90 प्रतिशत सदस्य ऑनलाइन ही प्रश्न पूछ रहे हैं। यह एक बदलाव का संकेत माना जा रहा है।

कुछ विधायक ऑनलाइन काम में असहज


हालांकि सुदूर अंचल के कुछ विधायक अभी भी पूरी तरह से डिजिटल होने में खुद को असहज पा रहे हैं। विधानसभा के वरिष्ठ सूचना अधिकारी अधिकारी जीएस सलूजा ने बताया कि विधानसभा में कागज यानी पेपर को कम करने के लिए प्रक्रिया चल रही है। अब प्रशासनिक प्रतिवेदन की हार्ड कापी केवल विधानसभा के सदस्यों को दी जाती है। बाकी पत्रकार दीर्घा के पत्रकारों को भी आनलाइन या सीडी के माध्यम से प्रशासनिक प्रतिवेदन दिया जा रहा है।

कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए बना रही रणनीति


छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्न, स्थगन प्रस्ताव व ध्यानाकर्षण को लेकर भी आनलाइन प्रक्रिया कर रहे हैं। 22 से 26 जुलाई तक प्रस्तावित सत्र में कांग्रेस के विधायकों ने कानून व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आज बनेगी रणनीति


कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज होगी। इसमें पार्टी के सभी 35 विधायक शामिल होंगे। विधानसभा में लगाएं गए सवालों पर बैठक में बातचीत होगी, साथ ही सरकार के मंत्रियों को सवालों के आधार पर घेरने व 24 जुलाई को विधानसभा घेराव को लेकर रणनीति बनेगी। बैठक रायपुर के होटल सेलिब्रेशन में रविवार शाम सात बजे से आयोजित होगी। सभी विधायकों को तय समयानुसार बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे।

बताया जाता है कि कांग्रेस कानून अव्यवस्था, बलौदाबाजार कांड, मलेरिया, डायरिया आदि मुद्दों पर ध्यानाकर्षण लाएगी। इसके अलावा आरंग मॉब लिंचिंग, बिजली कटौती, बिजली बिल, गोठनों को बंद करने जैसे प्रमुख मुद्दे भी उठेंगे। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री कवासी लखमा सहित उमेश पटेल, अनिला भेड़िया, देवेंद्र यादव, लालजीत सिंह राठिया आदि विधायक शामिल रहेंगे।

कांग्रेस को जवाब देने को तैयार भाजपा


इधर, सूत्रों के अनुसार शुक्रवार देर शाम को मुख्यमंत्री निवास में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में विधायकों से कहा गया है कि राज्य सरकार ने पिछले छह-सात महीने में जितने भी जनकल्याणकारी काम किए हैं उनकी जानकारी रखें ताकि सदन के भीतर बेहतर बोल सकें।

भाजपा विधायक कांग्रेस के हर मुद्दे को विफल करने के लिए रणनीति बना ली है। इसमें खासकर किसानों, महिलाओं, गरीबों, युवाओं, श्रमिकों समेत तमाम वर्ग के लिए किये गए कार्यों पर सभीने अपनी तैयारी की है।

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