नईदिल्ली,20 जुलाई: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद गौतम गंभीर भारतीय टीम के नए हेड कोच बने हैं. उनके सामने पहला टास्क श्रीलंका का दौरा है. श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए स्क्वाड में ऐसे प्लेयर्स को जगह दी गई है, जिनकी शायद किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी. हार्दिक पांड्या को कप्तान ना बनाया जाना काफी विवाद का विषय बना हुआ है. तो चलिए जानते हैं उन 3 विवादों के बारे में, जो गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद शुरू हुए हैं.
- हार्दिक पांड्या की कप्तानी
हार्दिक पांड्या को IPL 2024 में खराब प्रदर्शन के लिए जमकर ट्रोल किया गया था. फिर भी उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में लाजवाब प्रदर्शन करके दिखाया. उन्हें वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का उपकप्तान चुना गया था और वो इस जिम्मेदारी पर खरे भी उतरे. मगर जैसे ही श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए कप्तानी सूर्यकुमार यादव को मिलने की खबर फैली, क्रिकेट जगत 2 गुटों में बंट गया है. हार्दिक के पास अनुभव है, विश्व के श्रेष्ठतम ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक हैं. फिर भी उन्हें कप्तान ना बनाए जाने से लोगों में रोष है. - शुभमन गिल को बनाया उपकप्तान
जिम्बाब्वे दौरे के लिए अधिकांश सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया था. ऐसे में शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को सीरीज में 4-1 से रौंदा. मगर श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में उनका उपकप्तान बनना चर्चा का विषय बन गया है. गिल की उम्र अभी केवल 24 साल है और टीम के अंदर उनसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं. यदि श्रीलंका के खिलाफ टी20 टीम की कप्तानी सूर्यकुमार को दी जानी थी, तब भी हार्दिक को उपकप्तान बनाया जा सकता था. सोशल मीडिया पर एक मुहिम छिड़ चली है कि गंभीर आते ही शुभमन गिल को जबरदस्ती टीम इंडिया पोस्टर बॉय बनाना चाहते हैं. - ऋतुराज और अभिषेक को जगह नहीं
पहले ऋतुराज गायकवाड़ की बात करें तो उन्हें कम से कम टी20 टीम में जगह दी जानी चाहिए थी. उन्होंने अब तक टी20 मैचों की 20 पारियों में 39.5 के औसत से 633 रन बनाए हैं. वहीं जिम्बाब्वे दौरे पर तीन पारियों में उन्होंने 2 अलग-अलग क्रम पर बल्लेबाजी करके 133 रन बनाए. जहां अन्य बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे, वहां गायकवाड़ निरंतर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे. इसके बावजूद गायकवाड़ को स्क्वाड में जगह तक नहीं दी गई है.
दूसरी ओर अभिषेक शर्मा ने जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया. हालांकि वो पहले मैच में शून्य पर आउट हुए, लेकिन दूसरे ही मैच में उन्होंने 47 गेंद में 100 रन की पारी खेलकर अपने टैलेंट का जोरदार प्रदर्शन किया. अभिषेक ने दिखाया कि अनुभव प्राप्त करने पर वो बहुत बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. फिर भी उन्हें श्रीलंका के खिलाफ स्क्वाड में शामिल नहीं किया गया है.
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