यूनिसेफ ने युवोदय कोंडानार चैंम्प्स स्वयंसेवकों के कार्य को सराहा

कोंडागांव,19 जुलाई। कोंडागांव में जिला प्रशासन और युनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में संचालित कोंडानार युवा चैंप्स के कार्यों की सराहना यूनिसेफ इंडिया के सामाजिक नीति प्रमुख ह्यून ही बेन ने की। गुरुवार को जिला कार्यालय के भू-तल स्थित सभाकक्ष में आयोजित युवोदय के सामाजिक सुरक्षा में सहयोग हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पहुंची ह्यून ही बेन ने कहा कि स्वयंसेवक लगातार समर्पण और मेहनत से जिले के विकास में योगदान दे रहे हैं उनकी इस पहल से समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि यह एक अनुठा मंच है, जिसकी चर्चा दिल्ली तक हो रही है। उन्होंने कहा कि युवा दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, बाल सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, स्वच्छता आदि के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए प्रशासन एवं आम जनता के बीच युवोदय के स्वयंसेवक सेतु की तरह कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों ने जिस प्रकार कार्य किया है, उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने सामाजिक परिवर्तन के लिए इसी प्रकार निरंतर कार्य करने की शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर कलेक्टर कुणाल दुदावत ने कहा कि यह जिला अभी-अभी वामपंथी उग्रवाद को मात देकर आगे बढ़ा है। इसके साथ ही जिले की साक्षरता दर एवं स्थानीय बोली के कारण शासन की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में जो समस्या उत्पन्न होती थी, उसका समाधान युवोदय के स्वयंसेवकों द्वारा कर लिया गया है। युवोदय के स्वयंसेवक स्थानीय बोली भाषा के जानकार होने के साथ ही समस्याओं को भी भली भांति समझते हैं, जिसके कारण उनका निदान भी सहजता के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवोदय के स्वयंसेवकों के सहयोग से जिले में पिछले 6 माह में 1 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए, वहीं महतारी वंदन योजना के तहत डेढ़ लाख महिलाओं का पंजीयन किया गया। बच्चों के शाला त्यागने की समस्या का समाधान ढंूढने में भी युवोदय के युवा सहायता कर रहे हैं और 500 ऐसे बच्चों को शाला प्रवेश कराया गया, जो शाला त्यागने की स्थिति में थे। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ ही कुपोषण में भी उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि इस जिले में एनीमिया उन्मूलन के कार्य में भी युवोदय के स्वयंसेवकों का भरपूर सहयोग मिला है। जिला प्रशासन द्वारा एनीमिया पीड़ितों की पहचान करने के उपरांत मरीजों को उपचार हेतु निरंतर प्रेरणा देने का कार्य युवोदय के स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि समाज की सेवा का निस्वार्थ कार्य निरंतर करते हुए ये स्वयंसेवक भविष्य में अच्छे नेतृत्वकर्ता बनेंगे।

इस कार्यक्रम में यूनिसेफ इंडिया के आपातकालीन विशेषज्ञ सरबजीत सिंह साहोटा, सामाजिक नीति राज्य विशेषज्ञ डॉ. बी. दास, और जिला कार्यक्रम अधिकारी अविनाश भोई सहित यूनिसेफ के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सभी अधिकारियो ने कोंडागांव जिले में चल रहे युवोदय कार्यक्रम की प्रगति और स्वयंसेवकों के कार्यों को देखा और सराहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोंडानार चौंम्स स्वयंसेवकों के प्रयासों से ही समाज में वास्तविक परिवर्तन संभव है।

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