नई दिल्ली,19 जुलाई। अरविंद कुमार ने इंडियन ऑयल के निदेशक (रिफ़ाइनरीज़) का पदभार ग्रहण किया है। अरविंद कुमार अपनी नई भूमिका में अपने साथ वृहत अनुभव और गहरी रणनीतिक समझ लेकर आए हैं। इससे पहले, उन्होंने चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीपीसीएल) के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया है, जो भारत सरकार का एक उद्यम और इंडियन ऑयल का हिस्सा है।
सीपीसीएल में अपने नेतृत्व के दौरान, अरविंद कुमार ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिसमें सीपीसीएल और मनाली रिफ़ाइनरी के कायाकल्प के साथ-साथ वित्तीय वर्ष 2023-24 में उच्चतम उत्पादन तक पहुँचाना भी है। उनकी रणनीतिक सूझबूझ ने सीपीसीएल को इसरोसेन और जेपी-7 जैसे राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण ईंधन का उत्पादन करने में सक्षम बनाया, जो इसरो और डीआरडीओ के लिए बेहद अहम है।
सीपीसीएल में प्रबंध निदेशक बनने से पहले, अरविंद कुमार, इंडियन ऑयल के रिफ़ाइनरीज़ मुख्यालय में कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं) और 2020-21 में मथुरा रिफ़ाइनरी में कार्यकारी निदेशक और रिफ़ाइनरी प्रमुख थे। उनकी नेतृत्व क्षमता और प्रबंधन कौशल उनके पूरे करियर में परिलक्षित होता है, जिससे वे रिफ़ाइनरी संचालन और परियोजना प्रबंधन के लिए एक दूरदर्शी लीडर बने हैं।
सीपीसीएल में अपनी भूमिका के अलावा, अरविंद कुमार, इंडियन एडिटिव्स लिमिटेड (आईएएल) के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं, जो शेवरॉन ओरोनाइट कंपनी और सीपीसीएल की एक संयुक्त उद्यम है। यह लुब्रिकेटिंग ऑयल एडिटिव्स के निर्माण और बिक्री में विशेषज्ञता रखता है। उनके नेतृत्व में, आईएएल ने 2023-24 में सबसे अधिक मुनाफा कमाया। वह कावेरी बेसिन रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (सीबीआरपीएल) के बोर्ड में भी थे, जो नागपट्टिनम में एक नई रिफ़ाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स के विकास की देखरेख कर रहा है।
अरविंद कुमार एक अत्यंत कुशल प्रोफेशनल हैं, जिनके पास अंतर्राष्ट्रीय परियोजना प्रबंधन एसोसिएशन (आईपीएमए) से परियोजना प्रबंधन में लेवल ‘ए’ प्रमाणन (प्रमाणित परियोजना निदेशक आईपीएमए लेवल ‘ए’) है। उनके पास मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री के साथ-साथ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री भी है। तेल और गैस उद्योग में 34 साल के शानदार करियर के साथ, श्री कुमार के पास अपने क्षेत्र में व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता है।
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