बाढ़ से सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था करे दुरुस्त : कलेक्टर

0. चौबीस घंटे सक्रिय बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष शुरू

गरियाबंद,17 जुलाई। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक ली। उन्होंने वर्तमान बारिश के मौसम को देखते हुए अत्यधिक जल भराव वाले जगहों का चिन्हांकन कर बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूर्व तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही वनांचलों के गांवों में रहने वाले लोगों को बाढ़ से बचाने के अलावा मौसमी बीमारियों से भी बचाव के लिए जागरूक एवं आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जिले के जलप्रपातों, धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में सुरक्षा के आवश्यक इंतजाम तथा अत्यधिक जलभराव की स्थिति में लोगों की सुरक्षा के लिए किये जाने वाले उपायों पर विस्तृत चर्चा कर सभी व्यवस्था दुरूस्थ करने के निर्देश दिये। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश की भी रेडियम पट्टी युक्त सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश दिये। पर्यटन स्थलों में आवश्यक संख्या में सुरक्षा अधिकारी भी तैनात करने के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों से जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी लेकर ऐसे क्षेत्रों में जागरूकता के लिए सूचना बोर्ड लगाने तथा लोगों को बाढ़ के प्रति जागरूक करने के भी निर्देश दिये। साथ ही एसडीएम को अपने -अपने अनुविभाागों में भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने एवं कक्ष में नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर उन्हें क्रियाशील करने के निर्देश दिये। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले, अपर कलेक्टर अरविन्द पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर राकेश गोलछा, सभी एसडीएम सहित राजस्व, पुलिस, जिला सेनानी, जल संसाधन, स्वास्थ्य, नगरीय निकाय, वन विभाग एवं पीएचई विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।

अत्यधिक जल भराव एवं बाढ़ की सूचना फोन नम्बर 07706-241288 पर देवें – जिले में बाढ़ आपदा नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है। कन्ट्रोल रूम संयुक्त जिला कार्यालय गरियाबंद के कक्ष क्रमांक 01 में स्थापित है। जिले में कहीं भी अत्यधिक जल भराव एवं बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित होने पर फोन नम्बर 07706-241288 पर फोन करके सूचना दे सकते हैं। नियंत्रण कक्ष चौबीस घंटे कार्यशील है। इसमें तीन शिफ्टों में तीन-तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। नियंत्रण कक्ष में किसी भी प्रकार के आपदा की सूचना प्राप्त होने पर समय रहते राहत की कार्यवाही की जायेगी।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में बाढ़ से निपटने सभी जरूरी तैयारियां पहले से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने पूर्व में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां जान-माल की सुरक्षा के लिए अभी से सभी तैयारियां दुरूस्त करने के निर्देश दिये। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सभी गांवों में शिविर एवं ठहरने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिससे आपातकालीन स्थितियों में लोगों का बचाव किया जा सके। साथ ही सभी पंचायतों में आवश्यक मात्रा में खाद्यान्न भण्डारण भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जल संसाधन विभाग को बांध से नदी में जल छोड़ने की पूर्व सूचना सभी प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को देने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टरों व दवाईयों की उपलब्धता, डायरिया एवं मलेरिया से बचाव की दवाईयां एवं जागरूकता तथा मेडिकल टीम की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू टीम, तैराक, नाव, टॉर्च, बूट, वाहन, लाईफ जैकेट एवं रस्सी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जिल सेनानी को दिये। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित एवं पहुंच विहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राशन भण्डारण एवं वितरण भी सुनिश्चित करने के निर्देश खाद्य विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था एवं साफ पानी के लिए आवश्यतानुसार ब्लीचिंग पाउडर की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिये।