सबसे मूल्यवान संपत्ति एवं सफलता की कुंजी ज्ञान है : प्रेमप्रकाश पाण्डेय

0. शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल खुर्सीपार के शाला प्रवेश उत्सव में शामिल हुए

भिलाई,14 जुलाई। हर बच्चे में बुद्धि होती है, लेकिन उसे सही दिशा में लगाने की जरूत होती है और एक शिक्षक बच्चे को सही दिशा दिखाने का कार्य करता है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने खुर्सीपार बालाजी नगर स्थित शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान कहीं। पाण्डेय ने गत शैक्षणिक वर्ष के मेघावी छात्रों को पुरस्कृत कर विद्यालय में प्रवेश करने वाले बच्चों के भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाण्डेय ने बच्चों के स्कूल में प्रवेश के दौरान माता-पिता और बच्चों की भावनात्मक स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे माता-पिता बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं और चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें और समाज में प्रतिष्ठा हासिल करें। पाण्डेय ने शिक्षा और गुरु की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य व्यक्ति के भीतर छिपी प्रतिभा को बाहर लाना है। उन्होंने बच्चों को सही दिशा देने में शिक्षकों और संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जैसे कच्चे आटे से रोटी, पूड़ी या पराठा बनाया जा सकता है, वैसे ही गुरु बच्चों को सही मार्गदर्शन देकर उन्हें सफल बना सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा का महत्व कभी कम नहीं होता और यह समाज के विकास में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

उन्होंने ज्ञान की शक्ति और उसकी अपरिहार्यता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ज्ञान का कोई बंटवारा नहीं हो सकता और यह सबसे मूल्यवान संपत्ति है। आज के दौर में व्यापार और अन्य क्षेत्रों में सफलता के लिए ज्ञान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्र में बालक है, क्योंकि किसी को हर चीज़ का ज्ञान नहीं होता। ज्ञान असीमित और अनंत है, और बच्चों की जिजीविषा को जागृत रखना महत्वपूर्ण है।

पाण्डेय ने भिलाई के मेहनतकश लोगों की प्रशंसा की और बताया कि यहां के बच्चों ने शिक्षा में ऊंची उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों की भी चर्चा की, उन्होंने कहा कि कठिनाईयों का सामना करने से ही व्यक्ति मजबूत और सफल बनता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 34 देशों की यात्रा की है, जिसमें कई देशों में भिलाई के लोग मिले जिन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस दौरान मुख्य रूप से पार्षद श्रीमती गिरीजा बंछोर, श्रीमती वीणा चंद्राकर, श्रीमती सरिता बघेल, विनोद सिंह, श्यामसुंदर राव, पूर्व पार्षद जोगिंदर शर्मा, एसएन सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।