रायगढ़,14 जुलाई। पुलिस का नाम लोगों के जेहन में कई तरह की धारणाओं को जागृत करती है लेकिन समाजिक पुलिसिंग ने पुलिसकर्मियों की छवि को बदल दिया है, संवेदना से भरे तथा मानवीय पहलुओं को आगे कर लोगों की मदद के लिए आगे नजर आ रही है। ऐसा ही एक वाक्या धुर आदिवासी अंचल कापू के पहाड़ों के बीच ग्राम पारेमेर घटरूपारा से सामने आया है।
घर में प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को पुलिस जवान ने पगडंडियों से लेकर नाले से होकर कांवर के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया और सकुशल सुरक्षित प्रसव कराया है। जानकारी के मुताबिक थाना कापू क्षेत्र अंतर्गत पहाड जंगल के बीच ग्राम पारेमेर घुटरूपारा बसा है, बरसात के दिनों में गांव के एक ओर चार पहिया वाहन का पहुंचना मुश्किल है।
डायल 112 को किया गया कॉल, प्रसव पीड़ा की दी जानकारी
घुटरूपारा में एक गर्भवती महिला का दर्द उठना परिवार के लिए मुसीबत बन गया। परिवार ने गर्भवती सुष्मिता (28 साल) को अस्पताल तक पहुंचाने डायल 112 को मदद के लिए काल किया। मेडिकल इमरजेंसी का कॉल थाना कापू राईनो को प्राप्त हुआ। कॉलर ने महिला को प्रसव पीड़ा होने की जानकरी दी।
वाहन नहीं पहुंचा गर्भवती महिला के घर तक
डायल 112 ड्यूटी में तैनात आरक्षक विपिन किशोर खलखो और ईआरवी वाहन चालक छोटू दास तुरंत रवाना हुए। गर्भवती महिला का घर नाला, पहाड़ी के उस पार स्थित होने और वाहन आवागमन के लिए रास्ता नहीं होने से आरक्षक प्रबल किशोर और वाहन चालक छोटू दास पैदल ही महिला के घर पहुंचे।
बिना देरी किए गर्भवती को आरक्षक कांवर में उठाकर चल पड़े
गर्भवती महिला की स्थिति को देखकर बिना देरी किये आरक्षक प्रबल किशोर ने कावड़ से प्रसव पीड़ित महिला को वाहन तक ले जाने घरवालों को राजी किया और स्वयं एक युवक के साथ कांवर में महिला को उठाकर डायल 112 वाहन की ओर चल पड़ा। गर्भवती महिला को कांवर में लेकर जवान करीब तीन किमी पहाड़ी, नाला को पार कर डायल 112 के वाहन तक पहुंचा और वाहन में बिठाकर अस्पताल ले जा रहा था।
रास्ते में हुआ प्रसव, जच्चा – बच्चा दोनों स्वस्थ
रास्ते में गर्भवती को अत्यधिक पीडा होने से जवान ने सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहन को पेड़ की आड में खडा कराया, जहां मितानिन और महिला के परिजन ने बपर्दा गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। फिर डायल 112 वाहन से तत्काल नजदीकी शासकीय अस्पताल जमरगा में दाखिल किया गया। जच्चा — बच्चा दोंनो स्वस्थ हैं। स्थानीय लोगों ने ऐसी स्थिति में डायल 112 के त्वरित प्रतिक्रिया और सहायता के लिए पुलिस की सराहना की है।
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