वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से भेंट की

0.ओडिशा के मुख्यमंत्री और वेदांता के चेयरमैन ने राज्य की औद्योगिक और सामाजिक-आर्थिक वृद्धि को तीव्र करने के साझे विज़न पर चर्चा की

वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने ओडिशा के नव-नियुक्त मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से भेंट कर उन्हें नई सरकार के गठन पर बधाई दी तथा राज्य के जारी एवं भावी विकास के बारे में चर्चा की।

इस मुलाकात के दौरान अग्रवाल ने ओडिशा के विकास हेतु वेदांता ग्रुप की अडिग प्रतिबद्धता को दोहराया। यह चर्चा सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान पर केन्द्रित थी जो ओडिशा की परिवर्तनकारी यात्रा को और तेज़ कर सकें तथा राज्य के औद्योगिक एवं सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ाएं।

नई सरकार के विज़न एवं नेतृत्व में विश्वास व्यक्त करते हुए वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ’’ओडिशा की उल्लेखनीय वृद्धि इसके लोगों के अथक परिश्रम और अटूट समर्पण की परिचायक है। वेदांता की सफलता में ओडिशा की प्रमुख भूमिका है और इस प्रदेश के सतत एवं समावेशी विकास के लिए हम समर्पित हैं। माझी के साथ मेरी मुलाकात बहुत उत्पादक रही और हमने ओडिशा की वृद्धि के लिए अपने साझा विज़न पर चर्चा की। उनके सक्षम नेतृत्व में हमारी दीर्घकालिक सहभागिता जारी रहेगी और हम ओडिशा को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।’’

वेदांता ग्रुप ने ओडिशा में महत्वपूर्ण निवेश किए हैं, जो एक लाख करोड़ रुपए से अधिक का है। समूह दुनिया में जितने भी निवेश किए हैं उनमें ओडिशा में किया गया निवेश सबसे अधिक है। ओडिशा में किए गए निवेश से झारसुगुडा में दुनिया का सबसे बड़ा एकीकृत एल्यूमिनियम स्मेल्टर स्थापित किया गया जिसकी क्षमता 1.8 मीट्रिक टन सालाना है तथा लांजिगढ़ (कालाहांडी) में 3.5 मीट्रिक टन सालाना क्षमता की विश्व स्तरीय एल्यूमिना रिफाइनरी स्थापित की गई है। इन पहलों के द्वारा समूह ने प्रदेश में एक लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष नौकरियांे की रचना की है, जिनसे दूरस्थ इलाकों में समृद्धि आई है और स्थानीय समुदायों का मुख्य सामाजिक-आर्थिक धारा के साथ जुड़ाव सम्भव हुआ है।

साल 2022 में ओडिशा के अपने पिछले दौरे में श्री अग्रवाल ने रु. 25,000 करोड़ के नए निवेशों की घोषणा की थी। इस निवेश के माध्यम से ओडिशा में वेदांता के एल्यूमिनियम, फैरोक्रोम और खनन कारोबार का विस्तार किया जाएगा।

कारोबार के अलावा वेदांता के सामुदायिक विकास के कार्यक्रम आजीविका, शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, जमीनी स्तर पर खेलों एवं संस्कृति के संवर्धन में सक्रिय हैं। जिनसे ओडिशा के 500 गांवों के 4.5 लाख लोगों को लाभ मिल रहा है।

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