रायपुर,7 जुलाई। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस आक्रामक नजर आने वाली है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हार के बाद ठप पड़ी संगठन की गतिविधियों में अब तेजी लाई जाएगी। 8 जुलाई को कांग्रेस ने प्रदेशभर में बिजली के मुद्दे पर सड़कों पर उतरने की तैयारी की है।
प्रदेश चार दिनों तक लगातार लोकसभावार हार की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही संगठनात्मक गतिविधियों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। अब संगठन इस पर ज्यादा जोर देने की तैयारी में है।
सीनियर नेताओं से भी लेंगे सलाह
बिजली बिल को लेकर होने वाले इस आंदोलन के बाद पार्टी वरिष्ठ नेताओं से भी रायशुमारी कर अलग-अलग मुद्दों पर आंदोलन के निर्णय लेगी। आगामी नगरीय निकाय चुनाव के पहले कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को सक्रिय करने की कोशिश में है। अब तक ठप पड़ी संगठन की गतिविधियों को तेज कर कार्यकर्ताओं को रिचार्ज किया जाएगा।
8 जुलाई को कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज हाल ही में दिल्ली दौरे से लौटे हैं। उनके दौरे से लौटने के बाद बिजली के मुद्दे पर आंदोलन का ऐलान किया गया है। प्रदेश के सभी जिला और ब्लॉक मुख्यालयों में 8 जुलाई को आक्रामक प्रदर्शन की तैयारी है। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता निचले स्तर पर जाकर बताएंगे कि कांग्रेस सरकार के दौरान बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं की गई थी।
विधानसभा में भी उठेगा मुद्दा
सरकार की बिजली की कमियों के साथ साथ कार्यकर्ता लोगों को ये भी बताएंगे कि कांग्रेस सरकार में हाफ बिजली बिल का लगातार लाभ मिलता रहा। इसके अलावा अघोषित कटौती की शिकायतें भी नहीं आई। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर शहर से गांवों तक माहौल बनाने की तैयारी में है। विधानसभा के मानसून सत्र में भी विपक्ष इस मुद्दे को उठाकर सरकार को जमकर घेरती नजर आएगी।
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