केएन कॉलेज में बुधवार को नई शिक्षा नीति (एनईपी) पर कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें मास्टर ट्रेनर और गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. संदीप शुक्ला ने प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापकों को मार्गदर्शन प्रदान किया। एनईपी को लेकर उनके मन में चल रही जिज्ञासाओं का समाधान किया।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि प्रथम सेमेस्टर से लेकर आठवें सेमेस्टर तक शासन की वेबसाइट पर सारा कॅरिकुलम अपलोड कर दिया है। जितने भी पेपर हैं, वह वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। यदि चाहें तो उन्हें जरूरत अनुसार डाउनलोड कर सकते हैं। सारे कोर्स लर्निंग आउटकम के आधार पर तय किए गए हैं। सभी का सिलेबस एक ही रहा, पर हर कॉलेज का आउटकम अलग-अलग होता है, इसलिए इस बार सभी के लिए यूनिफॉर्म यानी एकरूप कॅरिकुलम लागू किया गया है। केएन कॉलेज के कंप्यूटर लैब में आयोजित इस कार्यशाला में प्रमुख रूप से भूगोल विभागाध्यक्ष अजय मिश्रा, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह आदि मौजूद थे।
सिलेबस को एनईपी में कॅरिकुलम कहना है डॉ. शुक्ला ने बताया कि पहले हम सिलेबस कहा करते थे, पर अब सिलेबस नहीं कहना है, बल्कि इसे कॅरिकुलम कहकर ही एनईपी की गाइडलाइन के अनुरूप कॉलेजों में अध्ययन-अध्यापन संचालित करना है। डॉ. शुक्ला ने बताया कि एनईपी के तहत जब हम प्रोग्राम की बात करते हैं, तो प्रोग्राम वह है, जिसमें बच्चा एडमिशन लेता है और डिग्री लेकर बाहर निकलता है। यानी बीए, बीएससी और बीकॉम यह प्रोग्राम हैं और कोर्स उनके भीतर पढ़ाए जाने वाले पेपर्स हैं। इनमें बॉटनी, जूलॉजी, पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री-इकोनॉमिक्स ये सभी पेपर हैं।
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