हाल ही में क्रिकेट T-20 वर्ल्डकप का फाइनल हुआ जिसमें भारत ने जीत दर्ज की. भारत को जीत पर हर तरफ से बधाइयां भी मिल रही हैं. इससे पहले आईपीएल टुर्नामेंट हुआ. इस दौरान हमने देखा कि किस तरह से पुरुषों के साथ महिला कमेंटेटर और टीवी प्रेजेंटर भी नजर आती हैं. पहले ऐसा नहीं था. भारत में ये ट्रेंड 2003 वर्ल्डकप से शुरू हुआ. इसकी शुरुआत की थी शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे में काम करने वाली एक्ट्रेस मंदिरा बेदी ने. उस समय सोनी टीवी पर मैच का प्रसारण होता था. मगर कमेंट्री करने के लिए उन्हें उस दौर में काफी नेगेटिव कमेंट्स भी मिले. अब एक्ट्रेस ने इस बारे में खुलकर बात की है.
उन्होंने कहा- उस दौर में इतना सोशल मीडिया का चलन नहीं था जहां पर आप लोगों के कमेंट्स देख सकते थे. लेकिन उस दौर में इंटरनेट तो था मगर जैसा आज है वैसा नहीं था. सोनी टीवी ने मुझे इन सबसे दूर रखा था. वे कहते थे कि लोग क्या कमेंट कर रहे हैं तुम्हें ये जानने की जरूरत नहीं है. मेरे लिए इसकी एक्सेस बंद कर दी गई थी. जो मैंने अपने करियर के क्रिकेट फेज के दौरान सीखा उसमें ये था कि दुनिया में कई सारे लोग ऐसे होंगे जो आपको पसंद भी करते होंगे तो कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो आपको पसंद नहीं करते होंगे. तो जो लोग आपको पसंद करते हैं उनके लिए आभारी रहिए और जो लोग नहीं पसंद करते हैं उन्हें जाने दीजिए.
आज हैं बड़ी सोशल मीडिया इन्फ्ल्यूएंसर
मंदिरा बेदी की बात करें तो उन्होंने क्रिकेट कमेंट्री से अपने समय में अलग पहचान बनाई थी. एक्ट्रेस ने पहले भी एक महिला कमेंटेटर बनने पर मिली आलोचनाओं के बारे में बात की थी. उन्होंने कहा था कि खुद क्रिकेटर्स भी उन्हें शुरुआत में एक क्रिकेट टीवी प्रेजेंटर के रूप में एक्सेप्ट नहीं करते थे. मंदिरा ने कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स में काम किया है. अब भी वे अपनी फिटनेस की वजह से चर्चा में रहती हैं और आज के दौर की फेमस सोशल मीडिया इन्फ्ल्यूएंसर हैं.
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