रायपुर,30 जून। राजधानी की पावन धरा पर जिनवाणी की वर्षा के क्रम में शुनिवार को दीर्घ तपस्वी विरागमुनिजी के श्रीमुख से देवेंद्र नगर स्थित शीतलनाथ जिनालय में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने प्रवचन का लाभ लिया। प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा कि आज हमारा परिवार साथ रहते हुए भी टूट रहा है। कैसे, यह आप लोग ही बताए कि क्या आज कोई सहपरिवार किसी आयोजन में जाता है।
आपके घर कोई निमंत्रण देने आता है, तो कार्ड में घर के मुखिया के साथ सहपरिवार लिखता है और परिवार के सभी सदस्यों को आमंत्रित करता है। लेकिन उसके कार्यक्रम में जाता कौन-कौन है, घर का केवल एक सदस्य, वह भी पूरे परिवार का प्रतिनिधित्व करते हुए। घर वाले क्यों नहीं आए पूछने पर उसे झूठ बोलना पड़ता है कि तबियत बिगड़ गई या दुकान बंद करके आएंगे। यह झूठ बोलना आप अपने बच्चों को सिखा रहे और आप यह उम्मीद करते हो कि वे आप से सच कहेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे जब इस दुनिया में आए तो उन्हें दुनिया आपने दिखाई। जो आपने उसे बताया उसने वही सिखा, तो उनकी परवरिश आप ही के हाथ में है। जबकि आज मां-बाप को बच्चों की कोई चिंता नहीं है। पहले मां-बाप ने बच्चों को छूट दी और उसके बाद स्कूल के टीचर ने।
आजकल तो टीचर किसी गलती पर बच्चों को एक चांटा भी मार दे तो मां-बाप आकर उनके खिलाफ खड़े हो जाते है। बच्चों को इतना छूट दोगे तो आप उनपर नियंत्रण पाने की कल्पना कैसे कर सकते हो। आज आप खुद बाहर का खाना खाओगे और बच्चों को बोलोगे कि घर का खाना खाओ तो वह भी रूकने वाले नहीं है। गुरू भगवंत कहते है कि माता-पिता का यह कर्तव्य है कि उन्हें मोक्ष के बारे में बताएं। जबकि आज झूले पर सोते हुए बच्चा रोता है तो उसे चुप कराने के लिए पालने में मोबाइल लगा देते है और बच्चा भी वीडियो देखते हुए सो जाता है। बचपन से ही यह आदत हम खुद बच्चों की खराब कर रहे हैं। जो मां बाप अपने बच्चों को बचपन से मोक्ष का रास्ता नहीं बताते वह अपने बच्चों को खुद ही इस जीवन ताल में भटकने के लिए छोड़ देते हैं। अगर मां बाप बच्चे को टेबल को कुर्सी और कुर्सी को टेबल कहना सिखाएंगे तो वह वही सीखेगा।
आज बच्चे टीवी पर हिंसात्मक चीजें देखते हैं, मोबाइल पर हिंसात्मक गेम खेलते हैं। उन्हें रोकना आपका दायित्व है क्योंकि जिस दिन बच्चा पैदा होता है उसी दिन मां-बाप का जन्म होता है। बच्चे के पैदा होने के साथ-साथ आपकी दायित्व भी निर्धारित हो जाते हैं। चातुर्मास समिति के प्रचार प्रसार संयोजक नीलेश गोलछा और तरुण कोचर ने बताया कि जिनवाणी की वर्षा के क्रम में 30 जून, रविवार को देवेंद्र नगर स्थित शीतलनाथ जिनालय में मुनिश्री का प्रवचन होगा। आप सभी से निवेदन है जिनवाणी का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
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