नई दिल्ली: नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को हजारीबाग से गिरफ्तार किया है. हक एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर थे और आलम एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर थे. सीबीआई गुरुवार को पूछताछ के लिए हजारीबाग के चरही गेस्ट हाउस लेकर पहुंची थी. सीबीआई की टीम ने पहले एहसान-उल-हक से इसी गेस्ट हाउस में पूछताछ की.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई ओएसिस स्कूल हजारीबाग के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम के साथ–साथ एक पत्रकार को भी हजारीबाग से पटना लेकर आ सकती है. कहा जा रहा है कि सीबीआई आगे की पूछताछ पटना में करेगी.
बता दें कि पिछले चार दिनों से सीबीआई की टीम हजारीबाग में नीट (राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा) प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच कर रही है. बुधवार को ओएसिस स्कूल में जांच के बाद सीबीआई टीम ने प्रिंसिपल एहसान उल हक को हिरासत में ले लिया था.
मिला का NEET का अधजला पेपर
अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को ‘सॉल्वर’ गिरोह के एक ठिकाने पर छापेमारी के दौरान नीट-स्नातक के जले हुए प्रश्नपत्र मिले थे. ईओयू ने एक बयान में बताया कि कुख्यात संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह ने लीक हुआ नीट-स्नातक प्रश्नपत्र हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से कथित तौर पर प्राप्त किया था.
बयान के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने पटना के मकान से मिले आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्र का मिलान एनटीए द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र से किया, जिससे प्रश्न पत्र लीक होने के मामले का खुलासा हुआ.
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