कोरबा में असुरक्षित है बाल संप्रेक्षण गृह! गार्ड को चकमा देकर 2 अपचारी बच्चे फरार, मचा हड़कम्प…

कोरबा, 26 ,जून । महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विभिन्न अवैद्यानिक कार्यों ,गतिविधियों में संलिप्त नाबालिग अपचारी बच्चों के सुधार के लिए संचालित बाल संप्रेक्षण गृह आकांक्षी जिला कोरबा में असुरक्षित है । यहां रखे गए अपचारी बच्चे सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए फरार हो रहे हैं। एक बार फिर बुधवार को रिसदी कोरबा में संचालित बाल संप्रेक्षण गृह से 2 अपचारी बच्चे सुरक्षा ड्यूटी में तैनात गार्ड (नगर सैनिक) को चकमा देकर फरार हो गए। इस घटना के पीछे गार्ड की ड्यूटी के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। मेन गेट खुला होने का फायदा उठाकर अपचारी बच्चे फरार हो गए । घटना के बाद महकमे में हड़कम्प मचा है । महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों सिविल लाइन थाना रामपुर सहित अपचारी बच्चों के संबंधित दोनों थानों को इसकी सूचना दे दी है।

यहां बताना होगा कि विभिन्न अवैद्यानिक कार्यों ,गतिविधियों में संलिप्त नाबालिग अपचारी बच्चों के सुधार के लिए छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं वाल विकास विभाग द्वारा बाल संप्रेक्षण गृह का संचालन किया जा रहा है । कोरबा के रिसदी में भी बाल संप्रेक्षण गृह संचालित हैं। जहां से तीसरी बार अपचारी बच्चों के फरार होने की घटना सामने आई है । किराए के मकान में संचालित सुरक्षा के दृष्टिकोण से अनुपयुक्त भवन में बाल संप्रेक्षण गृह का मजबूरी वश संचालन किया जा रहा। करोडों की लागत से कोहड़िया में निर्मित एकीकृत परिसर निगम प्रशासन की अदूरदर्शिता से एप्रोच रोड के अभाव में 2 साल से शो पीस बना हुआ है। इधर बाल संप्रेक्षण गृह में अपचारी बच्चों को संभालना मुश्किल हो रहा। अमले की कमी से जूझ रहे बाल संप्रेक्षण गृह में महज एक नगर सैनिक की गार्ड के तौर पर सेवाएं ली जा रही। महिला एवं बाल विकास विभाग लगातार 3 गार्ड की मांग कर रहा । बावजूद महज एक गार्ड की तैनाती की गई है। जिसका खामियाजा बुधवार को एक बार फिर भुगतना पड़ा। यहां रखे गए 43 बच्चों में से 2 बच्चे गार्ड को चकमा देकर प्रातः 8 .30 बजे करीब फरार हो गए । फरार दोनों बच्चे जांजगीर जिले के बलौदा एवं चाम्पा थाना क्षेत्रान्तर्गत के हैं। सिविल लाइन रामपुर कोरबा के अलावा सम्बंधित थानों को इसकी सूचना दे दी गई है। अपचारी बच्चे भागकर घर या रिश्तेदारों के पास ही जाते हैं ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही बच्चों का पता चल जाएगा।

मेन गेट खोल बैठा था गार्ड

इस पूरे घटनाक्रम में ड्यूटी पर तैनात गार्ड की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक बजरंग सांडे ने बताया कि संप्रेक्षण गृह में एकमात्र प्रवेश द्वार है । वह प्रवेश द्वार प्रातः 8 बजे करीब खुला था। गार्ड उसे बंद करना भूल गया था। जिसका फायदा उठाकर बच्चे भाग निकले।

गार्ड की चूक का फायदा उठाकर भागे बच्चे,अमले की है कमी, पुलिस को दे दी है सूचना

गार्ड द्वारा गेट खुला रखने की वजह से मौके का फायदा उठाकर दो अपचारी बच्चे संप्रेक्षण गृह से फरार हो गए हैं,स्थानीय पुलिस के अलावा संबंधित थानों को इसकी सूचना दे दी गई है। केंद्र में अमले की कमी के साथ साथ संचालन में तमाम चुनोतियाँ हैं। नवीन भवन एप्रोच रोड के अभाव में हमें संचालन के लिए नहीं मिल पाया है ।

  • बजरंग सांडे, प्रभारी अधीक्षक बाल संप्रेक्षण गृह रिसदी कोरबा,(छग)।