C.G. में शाला प्रवेशोत्सव : चॉकलेट के साथ बच्चों का वेलकम, कहीं छात्राओं के पैर धुलवाए, कहीं आरती उतारी

छत्तीसगढ़ में समेर वेकेशन खत्म होने के बाद आज से स्कूल खुल गए हैं। पहले दिन प्रदेश के सभी स्कूलों में धूमधाम से प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है। पहले 18 जून से स्कूल खुलने वाले थे, लेकिन भीषण गर्मी को देखते हुए सरकार ने इसे एक हफ्ते के लिए बढ़ाकर 26 जून तक कर दिया था।

प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी और लू के कारण 22 अप्रैल से ही 15 जून तक गर्मी की छुट्टियां घोषित की गई थी। वहीं, 16 जून को रविवार और 17 जून को बकरीद होने के कारण स्कूल 18 जून से स्कूल खुलने थे।

आज पहले दिन प्रदेश के सभी स्कूलों में धूमधाम से प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है।

आज पहले दिन प्रदेश के सभी स्कूलों में धूमधाम से प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है।

बच्चों को पहले दिन मिली वेलकम पार्टी

बच्चों को शाला प्रवेश उत्सव के दौरान वेलकम पार्टी भी दी गई। स्कूलों में बच्चों का तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया गया। बोर्ड परीक्षा/ स्थानीय परीक्षा में मेधावी अंक पाने वाले बच्चों को सम्मानित भी किए जाने की तैयारी है। स्कूल परिवार की ओर से उत्कृष्ट पालकों का भी सम्मान किया जाएगा।

कोंडागांव के एक स्कूल में बच्चों के स्वागत के लिए गेट के सामने रंगोली बनाई गई।

कोंडागांव के एक स्कूल में बच्चों के स्वागत के लिए गेट के सामने रंगोली बनाई गई।

टीचर्स ने छात्राओं के पैर धुलाकर किया स्वागत

कोंडागांव जिले के उत्कृष्ट विद्यालय मड़ानार में शाला प्रवेश उत्सव ‘मेरे बगिया के फूल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के शिक्षकों ने नव प्रवेशी बच्चों का स्वागत पुष्पमाला, रोली कुमकुम लगाकर चरणवंदन के साथ किया। बच्चों के हाथों केक कटवाकर पौधारोपण भी किया गया। इससे पहले छात्राओं के पैर भी धोए गए।

कोंडागांव जिले के उत्कृष्ट विद्यालय मड़ानार में शाला प्रवेश उत्सव में टीचर्स ने छात्राओं के पैर धुलवाकर स्वागत किया।

कोंडागांव जिले के उत्कृष्ट विद्यालय मड़ानार में शाला प्रवेश उत्सव में टीचर्स ने छात्राओं के पैर धुलवाकर स्वागत किया।

जांजगीर-चांपा में बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत

जांजगीर-चांपा जिले के सभी स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस दौरान पेरेंट्स भी शामिल हुए। स्कूली छात्र-छात्राओं के माथे पर तिलक लगाकर और चॉकलेट देकर प्रवेश कराया गया। बच्चों को पुस्तकें और ड्रेस भी बांटी गई। स्कूल खुलने का उत्साह बच्चों में भी दिख रहा था।

जांजगीर-चांपा जिले के सभी स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस दौरान पेरेंट्स भी शामिल हुए।

जांजगीर-चांपा जिले के सभी स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस दौरान पेरेंट्स भी शामिल हुए।

महासमुंद में बच्चों को बांटी गई किताबें और ड्रेस

महासमुंद जिले में भी नए शिक्षा सत्र में बृजराज पाठशाला में प्रवेश उत्सव मनाया गया। नव प्रवेशी बच्चों को शाला परिसर में तिलक लगाकर, गणवेश, पुस्तक, बैग और चॉकलेट वितरण किया गया।

महासमुंद में नव प्रवेशी बच्चों को शाला परिसर में तिलक लगाकर, गणवेश, पुस्तक, बैग और चॉकलेट बांटी गई।

महासमुंद में नव प्रवेशी बच्चों को शाला परिसर में तिलक लगाकर, गणवेश, पुस्तक, बैग और चॉकलेट बांटी गई।

बिलासपुर में स्कूली बच्चों का बुके से वेलकम

बिलासपुर जिले में भी स्कूलों में टीचर्स और बच्चों ने मिलकर प्रवेश उत्सव मनाया। इस दौरान शिक्षकों ने बच्चों का बुके देकर स्वागत किया। हालांकि, पहले दिन बच्चों की उपस्थिति कम ही रही। इसके चलते स्कूलों में प्रवेश उत्सव के लिए अलग-अलग दिन तय किए गए हैं। इस दौरान जनप्रतिनिधियों के साथ ही पेरेंट्स को भी बुलाया जाएगा। स्कूल के पहले दिन हाई स्कूलों में सप्लीमेंट्री एग्जाम भी शुरू हुए हैं।

बिलासपुर जिले में स्कूलों में टीचर्स और बच्चों ने मिलकर प्रवेश उत्सव मनाया। पहले दिन हाई स्कूलों में सप्लीमेंट्री एग्जाम भी शुरू हुए हैं।

बिलासपुर जिले में स्कूलों में टीचर्स और बच्चों ने मिलकर प्रवेश उत्सव मनाया। पहले दिन हाई स्कूलों में सप्लीमेंट्री एग्जाम भी शुरू हुए हैं।

सीएम साय ने छात्रों को दी शुभकामनाएं

प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने पर स्टूडेंट्स को शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ाई करें और अपने परिवार और पूरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें।

शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि शाला विकास समिति स्टूडेंट्स और नागरिकों को भी शाला प्रवेश उत्सव के लिए बुलाएगी। (फाइल)

शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि शाला विकास समिति स्टूडेंट्स और नागरिकों को भी शाला प्रवेश उत्सव के लिए बुलाएगी। (फाइल)

प्रवेशोत्सव में पेरेंट्स को भी बुला सकेंगे

स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से लगातार स्कूलों की मरम्मत और छात्रों के लिए जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल परिसर और भवन को आकर्षक बनाने, साफ-सफाई, पेंटिंग और मरम्मत जैसे काम 10 जून तक निपटा लेने के निर्देश दिए गए थे।

शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से व्यापक प्रसार-प्रसार करने, बैनर-पोस्टर लगाए जाने और ग्रामीण क्षेत्र में मुनादी करवाने के भी निर्देश दिए गए थे। प्रवेश उत्सव में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पेरेंट्स को भी बुलाया जा सकेगा।

किताबें, ड्रेस और पात्र स्टूडेंट्स को साइकिल वितरण

शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि शाला विकास समिति स्टूडेंट्स और नागरिकों को भी शाला प्रवेश उत्सव के लिए बुलाएगी। इस दौरान मुफ्त किताबें, ड्रेस, और पात्र स्टूडेंट्स को साइकिल का वितरण किया जाएगा।