पोकरबाज़ी ने 25 प्‍लेयर्स को बनाया लखपति, प्रत्‍येक खिलाड़ी को मिले 10 लाख रूपये

भारत के सबसे बड़े पोकर प्‍लेटफॉर्म पोकरबाज़ी ने हाल में पहली बार बाज़ी‍ मिलियन्‍स टूर्नामेंट का समापन किया। टॉप पर आने के मुकाबले में बाज़ी मिलियन्‍स को लगभग 10,000 एंट्री‍ज मिलीं। फिर 10 धुआंधार क्‍वालिफायर्स में खिलाड़ियों ने पोकर में अपनी कुशलता दिखाते हुए टॉप 25 में अपनी जगह बनाई। वे लखपति बन गये और उनमें से हर एक को 10 लाख रूपये का इनाम मिला।

टूर्नामेंट के फाइनल दिन 723 प्‍लेयर्स पहुँचे। उन सभी का लक्ष्‍य निश्चित पुरस्‍कार राशि जीतने के लिये टॉप 200 में अपनी जगह बनाना था। बाज़ी मिलियन्‍स भारत का एक अनोखा टूर्नामेंट रहा, जिसमें टॉप 200 प्‍लेयर्स को निश्चित इनाम पाने की गारंटी थी।

10 लाख रूपये जीतने वाले टॉप 25 ‘बाज़ी मिलियनेर्स’ के नाम और शहर:
मुंबई- ध्रुविन कोठारी, सिद्धांत सिंह, रोशन गुप्‍ता, आलोक बिरेवार; बेंगलुरु- राहुल पुरोहित, अरुण पंजाबी; दिल्‍ली- नमन अग्रवाल, सिद्धार्थ पांडे; गुरुग्राम- रजत शर्मा, प्रवीण राणा; कोलकता- सौविक मोंडल, नंदन पुगालिया; कानपुर- स्‍पर्श गुप्‍ता; हाजीपुर- प्रणव सिंह; खानपुर- राजन कुमार; जयपुर- शगुन जैन; पटना- विशाल; सीतामढ़ी- कनाय कुमार; बेलगाम- सोमेश अरालीकट्टी; तंदुल्‍जा- अजीज जैनोदीन शेख; बरनाला- देविंदर सिंह; अररिया- ऋतिक जायसवाल; पुणे- अरविंद हालाहरवी; कोटा- जीवेन्‍द्र अरोड़ा; चेन्‍नई- मुकेश सुराना

बाज़ी मिलियन्‍स ने पोकर के भारतीय परिदृश्‍य में एक नया मापदण्‍ड तय किया है। यह पोकर की एक जीवंत एवं प्रतिस्‍पर्द्धी संस्‍कृति को बढ़ावा देने के लिये पोकरबाज़ी का समर्पण दिखाता है। इस आयोजन की सफलता टूर्नामेंट की संस्‍कृति को भारत में लोकप्रिय बनाने और प्‍लेयर्स को बेजोड़ अवसर देने के लिये अपने प्‍लेटफॉर्म की भूमिका दिखाती है।