नईदिल्ली,17 जून 2024: भारत के चुनाव में इस्तेमाल किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सरीखे नेता बयान दे चुके हैं। अमेरिका के अरबपति उद्योगपति एलन मस्क के बयान से शुरू हुए इस ताजा विवाद और बयानबाजी के मामले में अब निर्वाचन आयोग के पदाधिकारी ने बयान दिया है। मुंबई उपनगरीय जिला चुनाव अधिकारी ने मोबाइल और ओटीपी का इस्तेमाल कर ईवीएम का लॉक खोले जाने की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने एक्स हैंडल पर शेयर एक पोस्ट में लिखा, ‘ईवीएम को अनलॉक करने के लिए मोबाइल पर कोई ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) नहीं आता। जिला चुनाव अधिकारी ने साफ किया कि इसे प्रोग्राम नहीं किया जा सकता। ईवीएम में कोई वायरलेस संचार क्षमता भी नहीं होती।
मुंबई जिला चुनाव अधिकारी के मुताबिक ईवीएम एक स्टैंड-अलोन डिवाइस है जिसका ईवीएम सिस्टम के बाहर की इकाइयों के साथ कोई वायर्ड या वायरलेस कनेक्टिविटी नहीं है। चुनाव प्रभावित करने या ईवीएम से छेड़छाड़ की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुए अधिकारी ने दोहराया कि किसी भी तरह की मशीन के साथ हेराफेरी की संभावना को खत्म करने के लिए उन्नत तकनीकी विशेषताएं और मजबूत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय मौजूद हैं।
किसी को भी ईवीएम की जांच नहीं करने दी जा रही: राहुल गांधी
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है, जिसकी जांच किसी को भी नहीं करने दी जा रही है। उन्होंने कहा था कि देश की चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। वहीं, अखिलेश यादव ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया और मांग की कि भविष्य में सभी चुनाव मतपत्रों के जरिए होने चाहिए।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट टैग करते हुए एक्स पर लिखा, जब संस्थानों में जवाबदेही का अभाव होता है तो लोकतंत्र दिखावा बन जाता है। उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट टैग की है, जिसमें दावा किया गया है कि मुंबई की उत्तर-पश्चिम सीट से 48 वोट से चुनाव जीतने वाले शिवसेना उम्मीदवार के एक रिश्तेदार के पास एक ऐसा फोन था जो ईवीएम को अनलॉक कर कर सकता था। उन्होंने टेस्ला के सीईओ मस्क के एख पोस्ट को भी टैग किया, जिसमं उन्होंने ईवीएम को खत्म करने की बात कही थी।
अखिलेश बोले- प्रौद्योगिकी ही समस्या बन जाए तो इसे बंद करना चाहिए
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, प्रौद्योगिकी समस्याओं को हल करने के लिए है। लेकिन यह ही समस्याओं का कारण बन जाती है तो इसका उपयोग बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, आज जब दुनिया के कई चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है और दुनिया के नामी तकनीकी विशेषज्ञ खुलेआम ईवीएम से छेड़छाड़ के खतरों के बारे में लिख रहे हैं, तो ईवीएम के इस्तेमाल पर जोर देने के पीछे क्या कारण है?
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