गरियाबंद, 13 जून 2024। छत्तीसगढ़ की संवेदनशील सरकार ने गरियाबंद जिले के किडनी रोग से प्रभावित सुपेबेड़ा गांव में पृथक से एक एम्बुलेंस प्रदाय कर किडनी मरीजों के लिये बहुत बड़े राहत का कार्य किया है। सुपेबेड़ा के किडनी मरीजों को सप्ताह में या माह में नियमित रुप से डायलिसिस करवाने हेतु स्वयं के खर्च से वाहन व्यवस्था कर या बस से लम्बी दुरी की यात्रा तय कर जिला अस्पताल गरियाबंद तक आना-जाना पड़ता था, जिससे उन्हें और उनके परिवार को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता था। शासन द्वारा सुपेबेड़ा को 1 एम्बुलेंस की सौगात मिल गई है। सुपेबेड़ा में ही 108 एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध हो जाने से किडनी के मरीजो को डायलिसिस करवाने या अन्य किसी आपातकालीन चिकित्सा सहायता हेतु त्वरित रूप से देवभोग या जिला चिकित्सालय गरियाबंद निःशुल्क परिवहन की सुविधा प्राप्त होगी। और समय पर उनका उपचार हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एमडी डॉ जगदीश सोनकर के साथ कलेक्टर दीपक अग्रवाल सहित सीएमएचओ डॉ. गार्गी यदु पाल और डॉक्टरों की विशेष टीम ने सुपेबेड़ा का दौरा किया था। वहां के मरीजों के समस्याओं से रूबरु होने के बाद शासन-प्रशासन को अवगत कराकर उनकी समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने का आश्वासन दिया था, जिसका परिणाम है कि 108 एम्बुलेंस सुविधा मरीजों हेतु उपलब्ध कराई गई। डायल 108 एम्बुलेंस आपातकालीन परिस्थितियों में 108 नम्बर डायल करते ही कुछ ही मिनटों में जरूरतमंद को आवश्यक चिकित्सा सहायता के साथ निकट के अस्पताल तक पहुंचाने के लिए मरीज तक पहुंच जाती है। एम्बुलेंस सेवायें जरूरतमंद लोगों को आपातकालीन चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भुमिका निभाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आवागमन की सुविधा कठिन होता है। वहां के लोगों के लिये भी 108 एम्बुलेंस सुविधा बहुमुल्य चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही है।